11 सूत्री मांगों के समर्थन में जनसेवकों ने निकाली न्याय यात्रा
जरमुंडी। झारखंड राज्य जनसेवक संघ के आह्वान पर 11 सूत्री मांगों के समर्थन में शुक्रवार को न्याय यात्रा सह धरना कार्यक्रम का आयोजन किया...
जरमुंडी। झारखंड राज्य जनसेवक संघ के आह्वान पर 11 सूत्री मांगों के समर्थन में शुक्रवार को न्याय यात्रा सह धरना कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर राज्यभर से आए जनसेवकों द्वारा बासुकीनाथ धाम के क्यू कॉम्प्लेक्स से लेकर नंदी चौक जरमुंडी प्रखंड मुख्यालय तक न्याय यात्रा में शामिल होकर सरकार के विरोध में जमकर नारे लगाए। इस क्रम में प्रखंड मुख्यालय पहुंचने पर न्याय यात्रा धरना में तब्दील हो गया। धरना प्रदर्शन के दौरान जनसेवक संघ ने वीएलडब्लू संवर्ग की 11 सूत्री मांगों को लागू करने की मांग की।
मौके पर मौजूद अखिल भारतीय राज्य पेंशनर महासंघ के राष्ट्रीय सचिव महेश सिंह ने कहा कि दो वरिष्ठ आईएएस की व्यक्तिगत प्रतिद्वंद्विता में राज्य के वीएलडब्लू जनसेवक पीसे जा रहे हैं। जनसेवक एक तकनीकी पद है, इसी को ध्यान में रखते हुए 2011-12 की जनसेवक नियुक्ति और सेवा शर्त नियमावली के आधार पर नियुक्ति योग्यता आईएससी (गणित व जीव विज्ञान) और 06 माह के प्रसार प्रशिक्षण का प्रावधान किया गया है। झारखंड राज्य जन सेवक संघ के अध्यक्ष देवेंद्र कुमार ने कहा कि अपनी स्मिता एवं 11 सूत्री लंबित मांगों की पूर्ति के लिए राज्य भर के जनसेवक पिछले 23 दिनों से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। कृषि विभाग एवं सरकार के द्वारा अभी तक वार्ता के लिए किसी प्रकार का पहल नहीं किया गया है।
महामंत्री लोकेश कुमार ने कहां कि राज्य के सभी जिलों में धरना प्रदर्शन में विधायक, मंत्री, स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं पंचायतीराज के प्रतिनिधियों के द्वारा धरना स्थल पर आकर लिखित समर्थन दिया गया है। साथ ही जन सेवकों के मांगों को अविलंब पूरा करने के लिए विभागीय मंत्री एवं सचिव को पत्राचार भी किया गया है। सभी के सकारात्मक पहल के बावजूद भी विभाग का रवैया जन सेवकों के प्रति उदासीन है। मौके पर देवघर जिला इकाई के अध्यक्ष धर्मेंद्र देव, दुमका जिला इकाई अध्यक्ष प्राण मोहन मुर्मू, प्रमंडलीय अध्यक्ष दिलीप यादव सहित अन्य ने भी संबोधित किया।