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वेंटिलेटर चलाने के लिए अब तक नहीं मिला विशेषज्ञ

कोरोना से लड़ाई दुमका में कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव की तैयारी कितना भी पुख्ता हो पर इलाज को लेकर दुमका में जो व्यवस्था है वह कहीं से पर्याप्त नहीं है। कोरोना के इलाज के मोर्चे पर स्वास्थ्य...

वेंटिलेटर चलाने के लिए अब तक नहीं मिला विशेषज्ञ
हिन्दुस्तान टीम,दुमकाWed, 08 Apr 2020 02:15 AM
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दुमका में कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव की तैयारी कितना भी पुख्ता हो पर इलाज को लेकर दुमका में जो व्यवस्था है वह कहीं से पर्याप्त नहीं है। कोरोना के इलाज के मोर्चे पर स्वास्थ्य विभाग की तैयारी की स्थिति यह है कि पर्याप्त समय मिलने पर भी दुमका के मेडिकल कॉलेज में आज तक वेंटिलेटर चलाने वाले विशेषज्ञ की प्रतिनियुक्ति नहीं हो सकी। देश-दुनिया में कोरोना से लड़ने के लिए आनन-फानन में नए-नए अस्पताल तक बना दिए जा रहे हैं पर दुमका में वेंटिलेटर चलाने के लिए एक विशेषज्ञ तक की व्यवस्था सरकार नहीं कर पा रही है। जबकि दुमका झारखंड की उपराजधानी है और संताल परगना के दूसरे जिले से भी यहां मरीज आते हैं।

डीएमसीएच में दो वेंटिलेटर है पर एनेथेसिस्ट का पद रिक्त है। डीएमसीएच के अधीक्षक डॉ.रवीन्द्र कुमार ने पूछे जाने पर बताया कि फिलहाल इस यहां वेंटिलेटर चलाने के लिए उनके पास कोई विशेषज्ञ उपलब्ध नहीं है। बता दें कि कोरोना के मरीज के इलाज के लिए अन्य जरुरी संसाधनों के साथ वेंटिलेटर के चालू हालत में होना भी आवश्यक है। डॉक्टर-नर्स के लिए पर्याप्त संख्या में पीपीई तक नहीं कोरोना के इलाज तो दूर डॉक्टरों और नर्सों के लिए पर्सनल प्रोटेक्शन इक्यूपमेंट (पीपीई) तक की यहां कमी है। करीब 40 की संख्या में पीपीई होने का दावा कुछ दिनों पहले यहां के सिवल सर्जन डॉ.ए.के.झा ने किया था।

मंगलवार को दुमका मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक डॉ.रवीन्द्र कुमार ने बताया कि मात्र 10-12 पीपीई ही अब उपलब्ध है। बता दें कि कोरोना के संदिग्ध मरीजों की जांच के लिए सैंपल लेने के लिए भी डॉक्टर और नर्स को पीपीई की जरुरत होती है। जाहिर है कि इतने दिनों में संदिग्ध मरीजों का सैंपल लेने और रांची भेजने के काम में भी पीपीई का उपयोग हुआ और अब यहां मात्र 10-12 पीपीई ही बच गया है। जबकि कोरोना मरीजों के लिए 60 बेड का आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है। जब कोरोना से लड़ने वाले डॉक्टर और नर्स के लिए ही पर्सनल प्रोटेक्शन इक्यूपमेंट(पीपीई) नहीं होगा तो यह अंदाज लगा सकते हैं कि कोई कोरोना पॉजिटिव केस दुमका में निकल गया तो यहां किस तरह की स्थिति बनेगी। इस सम्बन्ध में पूछे जाने पर दुमका के सिविल सर्जन डॉ.एके झा ने बताया कि दुमका को 1000 की संख्या में पीपीई का आवंटन हुआ जिसे लाने के लिए गाड़ी रांची भेजी गई है।

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