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बीएसएफ जवानों पर नक्सली हमले में चार बरी

2009 के विधानसभा चुनाव के दौरान शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र में ड्यूटी पर तैनात दो बीएसएफ जवानों की हत्या मामले चार कथित नक्सलियों को अदालत ने संदेह का लेकर बरी करने का आदेश...

बीएसएफ जवानों पर नक्सली हमले में चार बरी
हिन्दुस्तान टीम,दुमकाWed, 29 Nov 2017 01:26 AM
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2009 के विधानसभा चुनाव के दौरान शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र में ड्यूटी पर तैनात दो बीएसएफ जवानों की हत्या मामले चार कथित नक्सलियों को अदालत ने संदेह का लेकर बरी करने का आदेश सुनाया।

मामले की सुनवाई जिला एवं सत्र न्यायाधीश पवन की अदालत में चल रही थी। मंगलवार को अदालत ने अपना फैसला सुनाया। जिन आरोपियों को अदालत ने बरी करने का आदेश सुनाया उनका नाम रंजीत हेम्ब्रम, गोवर्द्धन राय, महावीर राय एवं अंजन मरांडी है।

दुमका में मंगलवार को फैसला सुनाए जाने के समय तीन आरोपी अंजन मरांडी, गोवर्द्धन राय, महावीर राय अदालत में मौजूद थे। तीनों को दुमका केंद्रीय कारा से कड़ी सुरक्षा में अदालत लाया गया था। जबकि चौथा आरोपी रंजीत हेम्ब्रम हजारीबाग जेल में बंद है।

रंजीत हेम्ब्रम को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से फैसले की जानकारी दी गई। केस में एपीपी अजय साह ने बहस की, जबकि अधिवक्ता केएन गोस्वामी पैरवी कर रहे थे।

अचानक नक्सलियों ने शुरू कर दी थी फायरिंग: नक्सली हमले की घटना 2009 के विधान सभा चुनाव के दौरान मतदान के दिन 5 दिसम्बर को शाम करीब 4 बजे हुई थी।

बीएसएफ के जवान शिकारीपाड़ा के सरसडंगाल एवं रामगढ़ के बीच जंगल में गश्ती कर रहे थे। मतदान समाप्ति के बाद नक्सलियों ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी थी। उसके जवाब में बीएसएफ जवानों ने भी फायरिंग की। दोनों ओर से करीब आधे घंटे तक फायरिंग हुई थी। नक्सलियों के गोली से बीएसएफ के जवान दिनेश कुमार शर्मा की घटना स्थल पर ही मौत हो गई,जबकि धर्मवीर सिंह गंभीर रूप से जख्मी हो गए। उन्हें इलाज के लिए मुहलपहाड़ी क्रिश्चियन अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान जवान धर्मवीर सिंह की मौत हो गई थी।

16 से 20 अज्ञात नक्सलियों के विरुद्ध दर्ज हुई थी प्राथमिकी: विधान सभा चुनाव के दौरान बीएसएफ जवानों पर नक्सली हमला के बाद शिकारीपाड़ा थाना में दर्ज प्राथमिकी में 16 से 20 नक्सलियों के विरुद्ध शिकारीपाड़ा थाना में प्रथमिकी दर्ज की गई थी। भादवि की धारा 147, 148, 149, 307, 302, 279 एवं 17 सीएलए एक्ट एवं 13 यूएपी एक्ट के तहत दर्ज प्राथमिकी के बाद में पुलिस ने चार नक्सलियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।

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