ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News झारखंड दुमकामकर संक्रांति पर बाबा बासुकीनाथ को लगा तिल गुड़ का भोग 

मकर संक्रांति पर बाबा बासुकीनाथ को लगा तिल गुड़ का भोग 

दोपहर की विशेष पूजा में पुजारी सदाशिव पंडा ने बाबा बासुकीनाथ को तिल, गुड़, तिलकूट, तिल से बनी मिठाईयां, लाई, दही चुड़ा, पेड़ा, फल,गुड़ मिश्रित भांग...

दोपहर की विशेष पूजा में पुजारी सदाशिव पंडा ने बाबा बासुकीनाथ को  तिल, गुड़, तिलकूट, तिल से बनी मिठाईयां, लाई, दही चुड़ा, पेड़ा, फल,गुड़ मिश्रित भांग...
1/ 2दोपहर की विशेष पूजा में पुजारी सदाशिव पंडा ने बाबा बासुकीनाथ को तिल, गुड़, तिलकूट, तिल से बनी मिठाईयां, लाई, दही चुड़ा, पेड़ा, फल,गुड़ मिश्रित भांग...
दोपहर की विशेष पूजा में पुजारी सदाशिव पंडा ने बाबा बासुकीनाथ को  तिल, गुड़, तिलकूट, तिल से बनी मिठाईयां, लाई, दही चुड़ा, पेड़ा, फल,गुड़ मिश्रित भांग...
2/ 2दोपहर की विशेष पूजा में पुजारी सदाशिव पंडा ने बाबा बासुकीनाथ को तिल, गुड़, तिलकूट, तिल से बनी मिठाईयां, लाई, दही चुड़ा, पेड़ा, फल,गुड़ मिश्रित भांग...
हिन्दुस्तान टीम,दुमकाFri, 15 Jan 2021 03:26 AM
ऐप पर पढ़ें

मकर संक्रांति पर बाबा बासुकीनाथ को लगा तिल गुड़ का भोग 

जरमुंडी प्रतिनिधि

मकर संक्रांति के अवसर पर गुरूवार को बासुकीनाथ मंदिर में विशेष पूजा अर्चना का आयोजन किया गया। भगवान नागेश को तिल-गुड़, दही,लाई और विभिन्न प्रकार के मिष्ठान आदि का भोग लगाया गया। भगवान सूर्य के उत्तरायण होने के उपलक्ष्य पर बासुकीनाथ मंदिर में मकर संक्रांति का त्यौहार श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाए जाने की परंपरा रही है। मकर संक्रांति के उपलक्ष्य पर गुरूवार को दोपहर में विशेष सरकारी पूजा का आयोजन किया गया। विशेष सरकारी पूजा के दौरान पुजारी सदाशिव पंडा ने बाबा बासुकीनाथ के ज्योतिर्मय शिवलिंग को पंचामृत एवं सुगन्धित द्रव्यों से स्नानादि कराकर वस्त्र, पुष्पादि से अलंकृत किया। इसके बाद तिल, गुड़, तिलकूट, तिल से बनी मिठाईयां, लाई, दही-चुड़ा, पेड़ा, फल और गुड़ मिश्रित भांग आदि चढ़ाया। इस अवसर पर मंदिर के गर्भगृह में पंडा धर्मरक्षिणी सभा के अध्यक्ष मनोज पंडा, प्रधान तीर्थ पुरोहित रामजी झा, उज्ज्वल झा, पूजारी गणेश झा, संजय झा गुड्डू, आशुतोष झा, तेज नारायण पत्रलेख, सोखी कुंवर आदि मौजूद थे।

मकर संक्रांति पर गुरुवार को दिन भर रहा पुण्य काल का मुहूर्त

मकर संक्रांति के अवसर पर गुरुवार को दिनभर स्नान दान आदि के लिए पुण्यकाल का मुहूर्त रहा। जिस कारण श्रद्धालुओं ने तड़के सुबह से लेकर दिन भर मकर संक्रांति पर पुण्य स्नान कर बाबा बासुकीनाथ को तिल गुड़ अर्पित कर पूजा अर्चना किया। गुरूवार को मौसम के रूख मे ठंड और कनकनाहट थी। हाड़ कंपाने वाली सर्द वातावरण में भी तड़के सुबह शिवगंगा में डुबकी लगाकर अरघा से जल फूल चढ़ाकर श्रद्धालुओं ने फौजदारी बाबा की पूजा अर्चना की। मकर संक्रांति पर बाबा बासुकीनाथ मंदिर में गुरुवार को पूजा अर्चना करने के लिए दिनभर श्रद्धालु जुटे रहे। शिवगंगा में पुण्य स्नान के बाद श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना के साथ साथ गरीबों और जरूरतमंदों के बीच अन्न वस्त्रों का दान भी किया।

सूर्य के उतरायण होने से संपन्न होंगे रूके हुए शुभ और मांगलिक कार्य

मकर संक्रांति हिन्दू सनातन धर्मावलंबियों के लिए एक महत्वपूर्ण त्यौहार माना जाता है। मकर संक्रांति में भगवान भास्कर के उतरायण होने पर सभी मांगलिक कार्य संपन्न किए जाते हैं। सूर्य के उतरायण होने पर रात की अपेक्षा दिन बड़ा होने लगता है। इसके साथ ही सर्दी और ठंढ से लोगों को निजात मिलनी शुरू हो जाती है। भगवान सूर्य धनु राशि से मकर राशि में संचरण करते हैं। मकर संक्रांति पर सनातन धर्मावलंबियों द्वारा भगवान को तिल, गुड़ अर्पित करने के बाद इन वस्तुओं का सेवन करने का रिवाज हैं। धर्मशास्त्रों के अनुसार सूर्य के उतरायण होने के कारण मकर संक्रांति को विशेषकर पवित्र तीर्थों और पवित्र जलाशयों में स्नान, पूजा-अराधना तथा दान आदि कर्मों के लिए श्रेयस्कर कहा गया है।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें