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छीना-झपटी में कचिया 12 वर्षीय बालक के गले में लगा,मौत

रामगढ़। खजूर तोड़ने के लिए दोस्तों के बीच कचिया छीना-झपटी के दौरान 12 वर्शीय बालक तरुण दास के गला लग गया। कचिया गला में लगने से बालक खुन से लतपथ हालत में घटना स्थल पर ही गिरकर बेहोश हो गया। घटना की...

छीना-झपटी में कचिया 12 वर्षीय बालक के गले में लगा,मौत
हिन्दुस्तान टीम,दुमकाSat, 13 Jun 2020 01:51 AM
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खजूर तोड़ने के लिए दोस्तों के बीच कचिया छीना-झपटी के दौरान 12 वर्शीय बालक तरुण दास के गला लग गया। कचिया गला में लगने से बालक खुन से लतपथ हालत में घटना स्थल पर ही गिरकर बेहोश हो गया। घटना की जानकारी होने के बाद परिजनों ने आनन-फानन में इलाज के लिए दुमका मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया,जहां के चिकित्सक ने बालक को मृत घोषित कर दिया।

यह घटना शुक्रवार को रामगढ़ प्रखंड के महुबना ठाड़ी गांव में हुई। बताया जाता है कि तरूण अपने कई दोस्तों के साथ बांस में लगे कचिया को लेकर गांव के तालाब के पास खजूर तोड़ने गया था। वहां पर सभी दोस्त खजूर तोड़ने के लिए कचिया की छीना झपटी करने लगे। छीनने के दौरान तरूण के गले पर कचिया लग गई और उसका आधे से अधिक गला कट गया। तरूण वहीं पर पेड़ के पास गिर पड़ा। खून निकलते देख सभी साथी शोर मचाते हुए भाग गए और परिजन को इसकी सूचना दी। तरूण के परिजन मौके पर पहुंचे और घर उठाकर लाए। गले से खून बंद नहीं होने पर परिजन तुरंत इलाज के लिए उसे मेडिकल कालेज अस्पताल दुमका ले गए। अधिक खून बह जाने के कारण रास्ते में उसकी मौत हो गई। अस्पताल पहुंचने पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद परिजन शव लेकर घर लौट आए। बेटे की मौत की खबर सुनकर मां मीना देवी व पिता राजकुमार दास का रो रोकर बुरा हाल था। पिता ने बताया कि तरूण काफी आज्ञाकारी बच्चा था। वह मध्य विद्यालय महुबना में सातवीं में पढ़ता था। तरूण की दो बड़ी बहन हैं उनकी शादी हो चुकी है। वह घर का इकलौता चिराग था। बालक की दर्दनाक मौत पर ठाड़ी गांव के हर किसी की आंख नम थी। देर शाम तक पुलिस को इसकी सूचना नहीं दी गई थी। शव घर में ही रखा हुआ है।

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