30 किलोमीटर पदयात्रा कर पहुंचे ग्रामीणों ने मांगा वनभूमि पर अधिकार
शहर से 30 किलोमीटर दूर तोपचांची से पदयात्रा कर ग्रामीणों का जत्था धनबाद...
शहर से 30 किलोमीटर दूर तोपचांची से पदयात्रा कर ग्रामीणों का जत्था धनबाद पहुंचा। वर्षों से वनभूमि पर खेती कर रहे ग्रामीण जमीन का पट्टा देने की सरकार से मांग कर रहे थे। एकता परिषद के बैनर तले आयोजित पदयात्रा में शामिल लोगों ने कहा कि वन विभाग हमें जमीन से बेदखल कर झूठा मुकदमा कर रहा है।
नौ नवंबर को तोपचांची प्रखंड कार्यालय से यात्रा शुरू हुई, जो सोमवार को धनबाद डीसी ऑफिस पहुंचकर खत्म हो गई। मौके पर काफी संख्या में महिलाएं और बच्चे शामिल थे। एकता परिषद के संयोजक रामस्वरूप ने बताया कि वन विभाग ने तोपचांची के 36 लोगों पर मुकदमा दायर किया, जिसे सरकार वापस ले। उन्होंने कहा कि 13 दिसंबर 2005 से लागू वन अधिकार कानून को झारखंड में पूरी तरह से लागू किया जाए। वर्षों से जो आदिवासी-गैर-आदिवासी वनभूमि पर खेती कर अपना परिवार चला रहे थे, उन्हें पट्टा दिया जाए। ग्रामीणों ने तोपचांची के 20 गांव और गोविंदपुर के 20 गांवों में परती जमीन पर फलदार पेड़ लगाने की मांग की। धनबाद में 304 लोगों का दावा पत्र अबतक विभाग में लंबित पड़ा है। उसकी जांच कराकर जल्द वनभूमि का पट्टा आवेदकों को देने की मांग की गई। मौके पर सरयू प्रसाद, रतन टुडू, हरिलाल हांसदा, केशव टुडू, सोनिया देवी, मोनी देवी, ठाकुर मांझी, रफीक अंसारी उपस्थित थे।