संताल-कोयलांचल में आंधी-बारिश, वज्रपात से तीन की मौत
तपती दोपहरी के बाद मंगलवार को संताल और कोयलांचल में मौसम बदला। आंधी, बारिश, ओले के साथ ही जगह-जगह वज्रपात हुआ। बिगड़े मौसम में तीन की जान चली गई। दुमका के जरमुंडी प्रखंड क्षेत्र के ठेकचाघोंघा...
तपती दोपहरी के बाद मंगलवार को संताल और कोयलांचल में मौसम बदला। आंधी, बारिश, ओले के साथ ही जगह-जगह वज्रपात हुआ। बिगड़े मौसम में तीन की जान चली गई।
दुमका के जरमुंडी प्रखंड क्षेत्र के ठेकचाघोंघा पंचायत के धमना गांव में वज्रपात की घटना में एक बच्चे और एक बच्ची की मौत हो गई। 12 वर्षीय राखी कुमारी और 14 वर्षीय सोनू घटना के समय बाहर खेल रहे थे। अचानक ठनका गिरने से घटनास्थल पर ही दोनों की मौत हो गई।
उधर, देवघर के जसीडीह में भी वज्रपात से 16 वर्षीया खुशबू कुमारी की मौत की सूचना है। साहिबगंज, गोड्डा और पाकुड़ में भी देर शाम तेज आंधी और बारिश शुरू हो गई। बारिश के कारण बिजली गुल हो गई और मोबाइल नेटवर्क भी फेल हो गए। गिरिडीह में भी आंधी के कारण कई पेड़ टूटकर गिर गए। बिजली के कई खंभे भी टूटे हैं। वहीं घसकरीडीह पंचायत के पचम्बा टोला में हरखी देवी के घर पर नीम का विशाल पेड़ गिर गया, जिससे हरखी एवं उसके दो बच्चे घायल हो गए। मकान एवं पेड़ गिरने से देवरी-मंडरो एवं देवरी-नेकपुरा मार्ग भी थोड़ी देर के लिए बाधित हो गया।बोकारो में जगह-जगह दोपहर बाद शाम तीन बजे लगभग बादलों की तेज गड़गड़ाहट व आंधी तूफान के साथ करीब 1 घंटे तक बारिश हुई, इस दौरान कई स्थानों पर ओले भी पड़ने की सूचना है। तेज आंधी के कारण कई स्थानों पर पेड़ गिर जाने से आवागमन अवरूद्ध रहा हालांकि इस बारिश ने भीषण गर्मी से लोगों को राहत दी। वहीं ठनका गिरने से दो पशु मर गए। धनबाद में यूं तो तेज बारिश नहीं हुई है लेकिन बूंदा-बांदी से मौसम खुशगवार बन गया है।