मुआवजा पर सहमति बनने पर चार घंटे बाद भौंरा ओपी से उठा शव
सुदामडीह सवारडीह बस्ती निवासी व सड़क दुर्घटना में मृत रामलाल रवानी के शव को लेकर परिजन रविवार की दोपहर भौंरा ओपी पहुंच गए। यहां पर शव रख कर ₹5 लाख...
भौंरा प्रतिनिधि
सुदामडीह सवारडीह बस्ती निवासी व सड़क दुर्घटना में मृत रामलाल रवानी के शव को लेकर परिजन रविवार की दोपहर भौंरा ओपी पहुंच गए। यहां पर शव रख कर ₹5 लाख रुपया मुआवजा देने की मांग करने लगे। लोगों का आक्रोश देख ओपी प्रभारी हिमांशु कुमार ने अतिरिक्त पुलिस बल मंगा लिया। खबर पाकर सुदामडीह थाना प्रभारी आदित्य कुमार नायक भी पहुंच गए। यहां पर हाईवा मालिक के नहीं पहुंचने से लोगों में काफी नाराजगी रही। बाद में फोन पर ट्रांसपोर्टर से बात हुई। तत्काल मृतक के परिजन को 20 हजार देने और 2 दिन के बाद 2 लाख 50 हजार रुपये और देने पर सहमति बनी। उसके बाद मामला शांत हुआ। करीब चार घंटे तक मुआवजा को लेकर गहमागहमी थी। यहां पर झरिया विधायक प्रतिनिधि केडी पांडेय, सुमित सुपकार, पूर्व पार्षद चंदन महतो, मौसम महंती, हरिपद महतो, समशेर आलम आदि नेता थे। बताते चलें कि शनिवार को भौंरा ओपी अंतर्गत पूर्णडीह बस्ती के जामाडोबा पोस्ट ऑफिस के समीप स्कूटी सवार रामलाल रवानी की मौत हाईवा के चपेट में आने से हो गई थी। रामलाल रवानी पुटकी स्थित अपने मामा घर पर अपनी मां शोभा देवी को पहुंचा कर घर लौट रहे थे। इस संबंध में पुलिस ने हाईवा मालिक और चालक पर मामला दर्ज कर लिया है। हाईवा मालिक सिन्दरी का रहने वाला बताया जाता है। वहीं परिजनों का कहना है कि घर की माली हालत ठीक नहीं है। मृतक ही घर का कमाऊ सदस्य था। उसकी शादी की बात चल रही थी। लेकिन इसके पहले ही उसकी मौत हो गई।