छात्र अब करेंगे सामुदायिक पुलिसिंग, एसपीसी का होगा गठन
हाई स्कूलों व प्लस टू में पढ़ाई कर रहे छात्र-छात्राएं अब सामुदायिक पुलिसिंग करेंगे। चयनित छात्रों के पास लॉ एंड ऑर्डर का पावर तो नहीं लेकिन वे जोश व आत्मविश्वास से लबरेज...
हाई स्कूलों व प्लस टू में पढ़ाई कर रहे छात्र-छात्राएं अब सामुदायिक पुलिसिंग करेंगे। चयनित छात्रों के पास लॉ एंड ऑर्डर का पावर तो नहीं लेकिन वे जोश व आत्मविश्वास से लबरेज होंगे। भारत सरकार के स्तर से लागू स्टूडेंट पुलिस कैडेट (एसपीसी) प्रोग्राम को राज्य में शुरू करने की घोषणा की गई है। एसपीसी के तहत ही धनबाद के 10 स्कूलों का चयन किया गया है। इन स्कूलों में एसपीसी यूनिट गठन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। डीसी व एसएसपी कार्यालय से पत्र मिलने के बाद स्कूलों का चयन कर लिया गया है।
चयनित स्कूलों में प्लस टू जिला स्कूल, एसएसएलएनटी प्लस टू बालिका उवि धनबाद पुराना बाजार, उच्च विद्यालय धनबाद, बीएसएस बालिका उवि धनबाद, उच्च विद्यालय गोविंदपुर, एनएन उवि बागसुमा, जीएनएम उवि कतरासगढ़, उवि पुटकी, प्लस टू बलियापुर व प्लस टू टुंडी शामिल हैं। डीईओ ने ऐसे स्कूलों का चयन कर सूची भेज दी है। सूत्रों का कहना है कि प्रशिक्षण निदेशालय झारखंड पुलिस रांची की ओर से सभी डीसी व एसएसपी, एसपी को पत्र लिखकर स्टूडेंट पुलिस कैडेट के संबंध में स्कूलों की सूची मांगी गई है। 12 जिलों में से 10-10 स्कूलों तथा 12 जिलों से छह-छह स्कूलों का नाम मांगा गया है। 10 स्कूलों का चयन गिरिडीह, बोकारो, दुमका, देवघर व छह स्कूलों का चयन पाकुड़, साहिबगंज, गोड्डा, जामताड़ा शामिल है।
जानकारों का कहना है कि नेशनल कैडेट कोर (एनसीसी) की तर्ज पर स्टूडेंट पुलिस कैडेट (एसपीसी) को शुरू किया जा रहा है। इसका उद्देश्य बच्चों में शुरुआत से ही अनुशासन, कानून व नियमों की स्वेच्छा से पालन करने की भावना व नागरिक संवेदनशीलता विकसित करना है। हालांकि विभाग व स्कूलों को एसपीसी के बारे में विस्तृत निर्देश का इंतजार है। कैडेट को अनुशासन व सेवा भाव का प्रशिक्षण देते हुए नेतृत्व क्षमता के लिए भी प्रोत्साहित किया जाएगा। संबंधित छात्र यातायात, प्राकृतिक आपदा, शांति व्यवस्था में सहयोग व अन्य कार्य में सहभागी की भूमिका निभाएंगे।