पीएमसीएच की छह एक्सरे मशीन बनी हाथी दांत
एमसीआई (मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया) के मापदंडों को पूरा करने के लिए पीएमसीएच ने एक-दो नहीं बल्कि कुल सात एक्स-रे मशीनें खरीद रखी...
एमसीआई (मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया) के मापदंडों को पूरा करने के लिए पीएमसीएच ने एक-दो नहीं बल्कि कुल सात एक्स-रे मशीनें खरीद रखी है। करोड़ों की ये मशीनें सिर्फ देखने और दिखाने के लिए हैं। काम सिर्फ एक से होता है। इसके ब्रेकडाउन होते ही अस्पताल में एक्स-रे बंद हो जाता है। शनिवार को पीएमसीएच के रेडियोलॉजी विभाग में लगी सीआर एक्स-रे मशीन खराब हो गई। नतीजा मरीजों का एक्स-रे नहीं हो सका। लगभग 60 मरीजों को पीपीपी मोड़ वाले रेडियोलॉजी सेंटर या बाहर जाकर एक्स-रे कराना पड़ा। इससे नाराज कई मरीजों ने हंगामा भी किया। शुक्रवार की दोपहर भी डेढ़ बजे तक मशीन खराब थी। शाम लगभग पांच बजे मशीन बन पाई। तबतक ओपीडी के मरीज जा चुके थे। अस्पताल में भर्ती कुछ मरीजों का एक्स-रे हो सका। मरीजों को आए दिन ये समस्या झेलनी पड़ती है।
बता दें कि पीएमसीएच में चार पोर्टेबल और दो सीआर एक्स-रे मशीन है। इसके अलावा एक डीआर एक्स-रे मशीन नई लगी है। इन सात मशीनों में सिर्फ एक का नियमित इस्तेमाल होता है। इसके खराब होने पर पीएमसीएच में एक्स-रे बंद हो जाता है। पिछले दो दिनों से यही हो रही है। बाकी की छह मशीनें हाथी के दांत हैं। इनका इस्तेमाल सिर्फ एमसीआई को दिखाने के लिए होता है। मरीजों को उसका लाभ नहीं मिलता।
डीआर मशीन की फिल्म नहीं
लगने के बाद शुरू में नई खरीदी गई डीआर मशीन से मरीजों का एक्स-रे किया जाता था। उसकी फिल्म खत्म हो गई। अभी तक फिल्म नहीं खरीदी जा सकी है। नतीजा मरीजों को लाखों की इस मशीन का लाभ नहीं मिल पा रहा है। बाजार में एक हजार रुपए में 150 एक्स-रे फिल्म मिलती है। अधिकारियों की मानें तो फिल्म महंगी नहीं है। उसके खरीदने की प्रक्रिया जटील है। इसलिए समय लग रहा है।
तकनीकी खराबी से एक्स-रे प्रभावित था। शाम में उसे बना लिया गया। इंडोर के मरीजों का एक्स-रे शुरू हो गया है। डीआर एक्स-रे मशीन की फिल्म खरीदने की प्रक्रिया चल रही है।
- डॉ एचके सिंह, अधीक्षक, पीएमसीएच