ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News झारखंड धनबाददुमका से केरल ले जाए जा रहे छह बच्चे धनबाद में मुक्त कराए

दुमका से केरल ले जाए जा रहे छह बच्चे धनबाद में मुक्त कराए

दुमका से केरल ले जाए जा रहे छह बच्चों को धनबाद स्टेशन से रिकवर किया गया। चाइल्ड लाइन की सूचना पर रेल पुलिस ने पांच बच्ची व एक बच्चे को स्टेशन से बरामद कर चाइल्ड लाइन को सौंप दिया। सभी बच्चे दुमका और...

दुमका से केरल ले जाए जा रहे छह बच्चे धनबाद में मुक्त कराए
हिन्दुस्तान टीम,धनबादTue, 26 Jun 2018 02:13 AM
ऐप पर पढ़ें

मानव तस्करी कर दुमका से केरल ले जाए जा रहे छह बच्चों को धनबाद स्टेशन से मुक्त कराया गया। चाइल्ड लाइन की सूचना पर रेल पुलिस ने पांच बच्ची व एक बच्चे को स्टेशन से बरामद कर चाइल्ड लाइन को सौंप दिया। सभी बच्चे दुमका और गोड्डा के रहने वाले हैं। मानव तस्करी की सूचना पर धनबाद, दुमका, गोड्डा और केरल पुलिस को भी मामले की जानकारी दी गई। बच्चों से पूछताछ के आधार पर दुमका पुलिस ने कार्रवाई करते हुए हंसडीहा से संझली देवी नामक महिला को गिरफ्तार किया है। शुक्रवार को उसे सीडब्ल्यूसी में प्रस्तुत किया गया, जहां से उसे महिला थाना भेज दिया गया। उसकी निशानदेही पर दो अन्य आरोपी मंगल टुडू और रंजीत सिंह की तलाश में छापेमारी की जा रही है।

एलेप्पी एक्सप्रेस से केरल जाने की थी तैयारी

मंगल और रंजीत सिंह बच्चों को लेकर दुमका से बस से धनबाद पहुंचे। धनबाद स्टेशन में एलेप्पी से केरल ले जाने की तैयारी थी लेकिन समय पर रेल पुलिस को इसकी सूचना मिल गई। स्टेशन से बच्चों को तो बरामद कर लिया गया लेकिन दोनों तस्कर भागने में सफल रहे। बरामद बच्चों में चार दुमका के कंजो गोंदो और एक हंसडीहा के रहने वाले हैं जबकि एक लड़का गोड्डा के दीपथा गांव केराडीह थाना क्षेत्र का है। सभी की उम्र 10-15 साल के बीच की है।

इलायची बगान में काम दिलाने के लिए ले जा रहे थे बच्चों को

सीडब्ल्यूसी के एके सिंह और पूनम सिंह ने बताया कि संझली केरल में इलायची बागान में काम करती है। उसी ने गांव के लोगों को बहला-फुसला कर बच्चों को साथ ले जाने के लिए परिजनों को राजी किया था। विश्वास दिलाने के लिए अपनी बच्ची को भी उन्हीं बच्चों के साथ भेजा था। मानव तस्करी में शामिल मंगल टुडू और रंजीत सिंह को बच्चों को लाने के लिए भेजा था। संझली खुद केरल में उन्हें रिसीव करने वाली थी।

तीन सौ रुपए प्रतिदिन की बात पर ले जा रहे थे बच्चों को

पूनम सिंह ने बताया कि सभी बच्चों के परिजन गरीब हैं और मजदूरी कर भरण-पोषण करते हैं। इसी का फायदा उठाकर मानव तस्कर बच्चों के परिजनों को बहला-फुसला कर बच्चों को साथ ले जाने को राजी कर लेते हैं। पूछताछ में पकड़ी गई संझली देवी ने बताया कि 300 रुपए प्रतिदिन मजदूरी देने की बात पर बच्चों को ले गई थी। सिर्फ इलाश्ची बागान ही नहीं, घरों में दाई का काम कराने के लिए वहां बच्चों को जरुरत थी। हालांकि यह बात बच्चों के परिजनों को नहीं बताया। सोमवार को सभी बच्चों के परिजनों को बुलाकर उनके बांड पर सौंप दिया गया। सीडब्ल्यूसी के अध्यक्ष एके सिंह ने बताया कि संझली, मंगल टुडू और रंजीत सिंह के खिलाफ मानव तस्करी की एफआईआर की जाएगी। एफआईआर के बाद गिरफ्तार संझली को जेल भेजा जाएगा।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें