बुलेटप्रूफ गाड़ी में नहीं बैठे विधायक संजीव सिंह
झरिया विधायक संजीव सिंह को भारी सुरक्षा के बीच मंगलवार की दोपहर धनबाद जेल लाया...
झरिया विधायक संजीव सिंह को भारी सुरक्षा के बीच मंगलवार की दोपहर धनबाद जेल लाया गया। रांची होटवार जेल गेट पर उनके लिए बुलेटफ्रूफ वाहन की व्यवस्था की गई थी, लेकिन एसी नहीं रहने के कारण विधायक ने बुलेप्रूफ गाड़ी में बैठने से मना कर दिया। 14 कमांडो की सुरक्षा में दो वाहनों से संजीव सिंह को दोपहर करीब साढ़े तीन बजे धनबाद जेल लाया गया।14 दिन पूर्व ही जिला एवं सत्र न्यायाधीश सप्तम सत्यप्रकाश ने संजीव सिंह को धनबाद जेल में शिफ्ट करने का आदेश दिया था। हाईकोर्ट के निर्देश पर 14 फरवरी को ही सेशन कोर्ट ने जेल अधीक्षक को संजीव को रांची होटवार जेल से धनबाद जेल लाने का आदेश दिया था। गृह विभाग की हरी झंडी के कारण जेल शिफ्टिंग का मामला लटका हुआ था। चचेरे भाई नीरज सिंह सहित चार लोगों की हत्या मामले में 11 अप्रैल को संजीव सिंह को धनबाद जेल भेजा गया था। जहां से 20 अप्रैल को उन्हें रांची जेल में शिफ्ट कर दिया गया था।संजीव के साथ दौड़ते हुए जेल गेट पहुंचे समर्थकरांची होटवार जेल से संजीव सिंह दोपहर 12.40 बजे सुरक्षा व्यवस्था के बीच धनबाद जेल के लिए निकले थे। संजीव सिंह को धनबाद जेल लाने की खबर मिलते ही उनके समर्थक दोपहर बाद कोर्ट परिसर के आसपास जुटने लगे। संजीव सिंह के कुछ समर्थक उनकी अगुवाई तेलमच्चो पुल से ही करते हुए धनबाद पहुंचे। संजीव के धनबाद की सीमा में घुसते ही नौ एसयूवी गाड़ियां उनकी आगवानी में लग गईं। जब वे धनबाद जेल गेट में दाखिल हुए तो पीछे से 50-60 समर्थक दौड़ते हुए उनकी गाड़ी के साथ जेल के पहले गेट में घुस गए।संजीव जिंदाबाद के लगे नारेमेंशन समर्थकों ने जेल गेट के पास संजीव सिंह के पक्ष में जमकर नारे लगाए। समर्थकों ने जिला प्रशासन पर एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगाते हुए कहा है कि संजीव सिंह को सुरक्षा की दृष्टि से रांची भेज दिया गया था, लेकिन रांची से धनबाद लाने में जिला प्रशासन की ओर से कोई सुरक्षा की व्यवस्था नहीं की गई। संजीव की सुरक्षा के लिए एक अधिकारी तथा चार पांच गार्ड ही तैनात किए गए थे।नीरज हत्याकांड में नहीं हुई सुनवाईपूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह हत्याकांड में बुधवार को सभी आरोपियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेश किया गया। अदालत में लंबित आवेदनों पर बुधवार को सुनवाई होनी थी, लेकिन कोर्ट नहीं चलने के कारण सुनवाई नहीं हो पाई। अब अगले तिथि को सुनवाई होगी।