पीएमसीएच से गायब रहे समरेश, छह पुलिसकर्मी सस्पेंड पीएमसीएच से गायब रहे समरेश, छह पुलिसकर्मी सस्पेंड
धनबाद मंडल कारा से न्यायिक हिरासत में पीएमसीएच भेजे गए पूर्व मंत्री समरेश सिंह मंगलवार को सात घंटे के लिए गायब हो गए। सुरक्षा में तैनात पुलिस जवानों के साथ वे सुबह नौ बजे इमरजेंसी ब्लॉक के सर्जिकल...
धनबाद मंडल कारा से न्यायिक हिरासत में पीएमसीएच भेजे गए पूर्व मंत्री समरेश सिंह मंगलवार को सात घंटे के लिए गायब हो गए। सुरक्षा में तैनात पुलिस जवानों के साथ वे सुबह नौ बजे इमरजेंसी ब्लॉक के सर्जिकल आईसीयू वार्ड से अचानक कहीं चले गए। अस्पताल में उनकी गैर-माजूदगी के बाद हड़कंप मच गया। घटना को गंभीरता से लेते हुए एसएसपी मनोज रतन चोथे ने समरेश की सुरक्षा में तैनात हवलदार सहित छह पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया।
दोपहर तीन बजे अचानक समरेश सिंह की तलाश शुरू हुई। जिला पुलिस, जेल प्रशासन और अस्पताल प्रबंधन उनकी खोजबीन में लगे थे। उनकी निगरानी में लगे पुलिस कर्मियों को फोन किया गया, तब जाकर शाम चार बजे समरेश सिंह वापस पीएमसीएच लौटे। इसके बाद अफसरों ने राहत की सांस ली। वापस लौटने पर समरेश सिंह ने बताया कि अस्पताल में कमोड टॉयलेट नहीं था, इसलिए शौच के लिए बाहर जाना पड़ा। वे सरायढेला में अपने समर्थक राजकुमार सिंह के घर गए। शौच के बाद वापस अस्पताल लौट आए। वहीं अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि पूर्व मंत्री के लिए सोमवार की रात ही बाथरूम में कमोड स्टैंड की व्यवस्था कर दी गई थी।
यह है मामला
कोर्ट की ओर से भगोड़ा घोषित किए गए समरेश सिंह ने सोमवार को प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश रंजीत कुमार चौधरी की अदालत में सरेंडर किया था। अदालत ने उन्हें जेल भेजने का आदेश दिया। जेल में तबीयत बिगड़ने के बाद सोमवार की शाम उन्हें पीएमसीएच की सर्जिकल आईसीयू में भर्ती किया गया। समरेश सिंह की निगरानी में पुलिस बल लगाए गए थे। अस्पताल से गायब होने की चर्चा शुरू होने पर जेल प्रशासन, पुलिस प्रशासन और अस्पताल प्रबंधन को सूचना दी गई।
कोई चोर नहीं जो भाग जाऊंगा, बेमतलब हो रहा हल्ला
वापस लौटने पर समरेश से जब बाहर जाने का कारण पूछा गया, तो वे अस्पताल प्रबंधन पर भड़क उठे। कहा कि इतना बड़ा अस्पताल बना दिया गया, पर सुविधा के नाम पर एक कमोड टॉयलेट तक नहीं है। उन्हें बैठने में दिक्कत होती है। सामान्य शौचालय में उन्हें दिक्कत होती है, इसलिए मजबूरी में बाहर जाना पड़ा। कोई चोर नहीं हूं, जो भाग गया था। शौच के बाद वापस लौट आया हूं। बिना मतलब हल्ला मचाया जा रहा है।
अस्पताल पहुंचे पुलिस अफसर
घटना की सूचना मिलते ही सबसे पहले सार्जेंट मेजर ओमप्रकाश दास पीएमसीएच पहुंचे। उन्होंने समरेश सिंह से बात की। पूरे मामले में जवानों से पूछताछ की। ओमप्रकाश दास ने पूरे मामले की लिखित रिपोर्ट एसएसपी मनोज रतन चोथे को सौंपी। सार्जेंट मेजर के जाने के बाद सरायढेला थाना प्रभारी निरंजन तिवारी भी पीएमसीएच पहुंचे। उन्होंने भी समरेश सिंह से बात कर जवानों से पूछताछ की। देर शाम सार्जेंट मेजर की रिपोर्ट पर एसएसपी ने हवलदार राज मोहन साहू, सिपाही राकेश कुमार, सुबोध रिखियासन, राम कुमार राय, शशि भूषण त्रिपाठी और विजय कुमार को निलंबित करने का आदेश दिया।
वर्जन
पूरे मामले में सुरक्षाकर्मियों की घोर लापरवाही उजागर हुई है। बिना किसी को सूचना दिए अस्पताल से बाहर जाने के विरुद्ध सभी की जवाबदेही तय कर उनपर विभागीय कार्रवाई होगी।
मनोज रतन चोथे, एसएसपी, धनबाद