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प्रमाणपत्रों के सत्यापन में फंसा दो सौ शिक्षकों का वेतन

अगस्त 2019 में जिले के हाईस्कूलों में नियुक्त दो सौ से अधिक शिक्षकों को प्रमाणपत्र सत्यापन के चक्कर में वेतन नहीं मिल...

प्रमाणपत्रों के सत्यापन में फंसा दो सौ शिक्षकों का वेतन
हिन्दुस्तान टीम,धनबादWed, 01 Apr 2020 02:56 AM
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अगस्त 2019 में जिले के हाईस्कूलों में नियुक्त दो सौ से अधिक शिक्षकों को प्रमाणपत्र सत्यापन के चक्कर में वेतन नहीं मिल पाया। आठ महीने से वेतन की आस देख रहे इन शिक्षकों के लिए आवंटित वेतन की राशि में से पांच करोड़ दो लाख रुपए सरेंडर हो गए। वेतन की आस देख रहे इन शिक्षकों को अब दो-तीन महीने इंतजार करना पड़ सकता है।

अगस्त में नियुक्त कुल 439 शिक्षकों में से 200 से अधिक शिक्षकों का ही प्रमाणपत्र विभिन्न विश्वविद्यालयों से सत्यापन (जांच) होकर आया। इसके बाद संबंधित शिक्षकों को वेतन भुगतान का आदेश हो गया, लेकिन शेष 200 से अधिक शिक्षकों का शैक्षणिक या प्रशैक्षणिक प्रमाणपत्रों में से कोई भी एक का सत्यापन नहीं हुआ है। इस कारण उन्हें वेतन नहीं दिया गया।

मंगलवार को कई नवनियुक्त शिक्षक विभाग के बाहर इस इंतजार में खड़े रहें कि कहीं से कोई रास्ता निकल आए। बताया जाता है कि प्लस टू में नवनियुक्त शिक्षकों के लिए भी मिली आवंटित राशि में से 8.64 लाख रुपए सरेंडर किया गया है। सबसे महत्वपूर्ण यह है कि गोल्फ ग्राउंड के निकट संचालित राज्य पुस्तकालय के लिए प्राप्त 18 लाख रुपए सरेंडर हो गया। प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी से लेकर बिजली वायरिंग, एसी की खरीदारी, बाउंड्रीवाल व अन्य कार्य के लिए राशि का आवंटन हुआ था, लेकिन पैसा लैप्स हो गया। छात्र-छात्राओं को यह अफसोस है कि किताबें नहीं खरीदी जा सकी। संस्कृत स्कूल के लिए मिले छह लाख, अल्पसंख्यक स्कूलों के लिए प्राप्त 56 लाख रुपए समेत अन्य योजनाओं के पैसे भी सरेंडर किए गए हैं। अब सबों को इंतजार है नए वित्तीय वर्ष के शुरू होने के बाद जल्द से जल्द राशि आवंटन हो, ताकि वेतन मिल सके। दूसरी ओर अल्पसंख्यक, स्थापना अनुमति, अनुदानित समेत अन्य संस्थानों के शिक्षकों का वेतन भुगतान का बिल पास हो गया।

डेढ़ बजे मिला शिक्षा विभाग के कर्मियों का आवंटन

जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय के नौ कर्मियों को आवंटन के अभाव में तीन महीने से वेतन नहीं मिला पाया था। वित्तीय वर्ष के अंतिम दिन मंगलवार को डेढ़ बजे इन कर्मियों के वेतन भुगतान के लिए आवंटन मिला। उसके बाद कर्मियों ने राहत की सांस ली। देर शाम को प्रक्रियाओं को पूरा करते हुए ट्रेजरी से वेतन संबंधी आवंटन पास हो गया।

संबंधित शिक्षकों का प्रमाणपत्र सत्यापन होकर संबंधित यूनिवर्सिटी या बोर्ड से नहीं आया है। इस कारण वेतन का भुगतान नहीं हुआ है। प्रमाणपत्रों का सत्यापन होकर आने के बाद वेतन भुगतान किया जाएगा। जिन शिक्षकों का प्रमाणपत्र जांच होकर आया। उन्हें वेतन का भुगतान कर दिया गया है।

- अलका जायसवाल, डीईओ

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