किशोरी के अपहरण की झूठी कहानी पर हांफती रही पुलिस
मां ने की पिटाई के बाद किशोरी घर से निकल गई। पार्क मार्केट के पास उसे रोते हुए देख लोगों ने पूछा तो उसने बताया कि कुछ लड़कों ने उसका अपहरण कर लिया था। स्थानीय दुकानदारों ने तुरंत पुलिस को इसकी सूचना...
मां ने पीटा तो किशोरी घर से निकल गई। पार्क मार्केट के पास उसे रोते हुए देख लोगों ने पूछा तो उसने बताया कि कुछ लड़कों ने उसका अपहरण कर लिया था। स्थानीय दुकानदारों ने तुरंत पुलिस को इसकी सूचना दी। सूचना पाकर धनबाद पुलिस मौके पर पहुंची और लड़की से पूछताछ की। उसने बताया कि वह रांगाटांड़ रेलवे कॉलोनी की रहने वाली है। रविवार की शाम को वह दूध लाने गई थी। इसी दौरान कुछ लड़कों ने स्टेशन मजार रोड के पास उसे जबरन कार पर बैठा लिया और रणधीर वर्मा चौक होते हुए पार्क मार्केट की तरफ से लेकर भाग रहे थे। वहीं कार की एक बाइक में टक्कर हो गई। इसके बाद शोर मचाने पर लड़के हीरापुर पार्क मार्केट के पास उतार कर भाग गए। वह उन लड़कों को जानती है, ये लड़के उसका पहले भी पीछा करते हैं। दो दिन पूर्व ही उसकी छोटी बहन के साथ मारपीट की थी।
पुलिस उसे लेकर उन स्थानों पर गई, जहां से उसने अपहरण की बात कही थी। वहां स्थानीय लोगों से पूछताछ की गई, लेकिन सभी ने अनभिज्ञता जाहिर की। बाद में पुलिस उसे लेकर दूध दुकान गई लेकिन दुकानदार ने भी उसके यहां आने की बात से इनकार कर दिया।
मां के सामने खुल गई पोल
धनबाद थाना के एएसआई बलिराम रावत पुलिस टीम के साथ काफी देर तक किशोरी के बताए अपहरणकर्ता का सुराग लेने घटनास्थल का मुआयना करते रहे लेकिन कोई सबूत नहीं मिला। बाद में किशोरी को लेकर उसके घर पहुंचे। घर पहुचंते ही परिजनों ने राहत की सांस ली, लेकिन यहां किशोरी की पोल खुल गई। किशोरी की मां ने बताया कि वह झूठी कहानी बता रही है। वह दूध लाने नहीं गई थी। रविवार की दोपहर को उसके झूठ बोलने को लेकर ही उसकी पिटाई की थी। पिटाई के बाद वह घर से निकल गई। दोपहर दो बजे के बाद से ही घर वाले इसे ढूंढ़ रहे थे। छोटी बहन से भी लड़कों के बारे में पूछताछ की गई तो उसने बहन के झूठ की पोल खोल दी। पुलिस के सामने ही मां उसकी फिर से पिटाई करने लगी। पुलिस ने उसे रोका और बच्ची की पिटाई भविष्य में भी न करने की सख्त हिदायत दी।