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फिजिशियन विजिट नहीं करते, प्रोटोकॉल ट्रीटमेंट के भरोसे संक्रमित

कोविड अस्पताल धनबाद से रेफर हो रहे मामले ने कई सवाल खड़े किए हैं। अब तक चार केस रेफर हुए हैं। अंदर की सूचना है कि कुछ मरीज स्थिति क्रिटिकल होने तो कुछ उपचार की लचर व्यवस्था के कारण कोविड हॉस्पिटल...

फिजिशियन विजिट नहीं करते, प्रोटोकॉल ट्रीटमेंट के भरोसे संक्रमित
हिन्दुस्तान टीम,धनबादFri, 17 Jul 2020 03:44 AM
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कोविड अस्पताल धनबाद से रेफर हो रहे मामले ने कई सवाल खड़े किए हैं। अब तक चार केस रेफर हुए हैं। अंदर की सूचना है कि कुछ मरीज स्थिति क्रिटिकल होने तो कुछ उपचार की लचर व्यवस्था के कारण कोविड हॉस्पिटल छोड़कर गए।

कोविड हॉस्पिटल में सेवा दे रहे कुछ डॉक्टर एवं इलाज के बाद संक्रमण मुक्त होकर बाहर आए मरीजों ने बातचीत में कहा कि मरीजों को फिजिशियन की सुविधा नहीं मिल रही है। कई-कई दिन तक फिजिशियन विजिट तक नहीं करते। सिर्फ प्रोटोकॉल के अनुसार सभी मरीजों को एक ही दवा दी जा रही है। मामले पर सीएचडी के एक वरिष्ठ डॉक्टर ने बताया कि यह सही नहीं है। कोविड मरीजों को प्रोटोकॉल ट्रीटमेंट के साथ हर मरीज की कुछ अलग समस्याएं होती हैं, जिनको नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। उदाहरणस्वरूप मधुमेह या बीपी को ही ले लें। हायरपरटेंशन एवं डायबिटीज के मरीजों कोरोना संक्रमण तेजी से असर दिखाता है। अंदरखाने एक बड़ी परेशानी सेंट्रल अस्पताल एवं स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों एवं डॉक्टरों के बीच खींचतान की भी है। कई मौकों पर यह देखने को भी मिला है। इसका खुलासा कई संक्रमित मरीजों ने किया और सीएचडी के दो एक डाक्टरों ने भी इसी ओर इशारा किया। हालत यह है कि अब तक कोविड अस्पताल में भर्ती मरीजों के स्वाब जांच की अलग से व्यवस्था नहीं है।

ये जरूरी सुविधाएं नहीं

पैथोलाजी जांच नहीं होती : कोविड अस्पताल में पैथोलाजी जांच की व्यवस्था नहीं है। संक्रमित मरीजों की मधुमेह जांच नहीं होती है। यह बड़ी अव्यवस्था है। मधुमेह के अलावा लक्षण के आधार पर कई और पैथोलाजिकल जांच की जरूरत पड़ सकती है। जांच के आधार पर प्रोटोकॉल से इतर दवाइयां मरीजों को मिलनी चाहिए जो नहीं हो रहा।

सिर्फ एक्सरे की सुविधा, सिटी स्कैन नहीं : एक और बड़ी समस्या सीटी स्कैन जांच की है। संक्रमित मरीजों में निमोनिया के लक्षण उभर सकते हैं। इसकी जांच के लिए सीटी स्कैन की दरकार होती है। कोविड-19 अस्पताल में यह सुविधा नहीं है। अभी टुंडी विधायक मथुरा महतो को सीटी स्कैन के लिए पीएमसीएच लाया गया था। विधायक थे, इसलिए उनकी जांच में तत्परता दिखाई गई। अन्य मरीजों की जांच कितनी गंभीरता से होगी, इस पर सवाल खड़ा हो रहा है।

बीपी की जांच तक नहीं होती: कोविड-19 अस्पताल मैं फिजीशियन का नियमित विजिट नहीं होने के कारण बीपी तक की जांच नहीं की जाती है। सिर्फ मरीजों को प्रोटोकॉल के अनुसार तय मेडिसिन उपलब्ध करा दिया जाता है। संक्रमण मुक्त हो बाहर आए एक मरीज ने बताया कि 6 दिन तक किसी डॉक्टर ने उनके रहते कोविड-19 वार्ड का विजिट नहीं किया।

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