अब आधार कार्ड के लिए नहीं भटेंगे स्कूली बच्चे
सरकारी स्कूलों में पढ़नेवाले बच्चों को अब आधार कार्ड के लिए इधर-उधर नहीं भटकना पड़ेगा। झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद की ओर से अब बीआरसी (प्रखंड...
धनबाद मुख्य संवाददाता
सरकारी स्कूलों में पढ़नेवाले बच्चों को अब आधार कार्ड के लिए इधर-उधर नहीं भटकना पड़ेगा। झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद की ओर से अब बीआरसी (प्रखंड संसाधन केन्द्र) स्तर पर छात्र-छात्राओं का आधार कार्ड बनाया जाएगा। इसके लिए जिले के 18 बीआरपी व सीआरपी को पांच जनवरी को राज्यस्तरीय तकनीकी प्रशिक्षण सह कार्यशाला में प्रशिक्षण दिया जाएगा। सभी प्रंखडों को लैपटॉप, फिंगर स्कैनर, जीपीएस डिवाइस, यूएसबी स्प्लीटर समेत अन्य सामग्री के साथ प्रशिक्षण में भाग लेना है। यह सामग्री प्रखंडों को पहले ही मिल चुकी है। चार जनवरी से 22 जनवरी तक विभिन्न जिलों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम निर्धारित है।
पांच से 18 आयु वर्ग के बच्चों का नया आधार इनरॉलमेंट के साथ ही आधार को अपडेट भी किया जाएगा। धनबाद के नौ प्रखंड के लिए दो-दो बीआरपी व सीआरपी को तैयार किया गया है। आधार इनरॉलमेंट व अपटूडेट करने के लिए चयनित बीआरपी व सीआरपी ने एनएसईआईटी परीक्षा पास कर ली है। आधार आपॅरेटिंग के लिए यह परीक्षा पास करनी पड़ती है। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण भारत सरकार ने स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग झारखंड सरकार को बच्चों का आधार नामांकन व अपडेट करने के लिए रजिस्ट्रार नियुक्त किया है।
जानकारों का कहना है कि पहले चरण में बीआरसी में इसे शुरू करने की बात कही जा रही है। सबसे पहले सरकारी स्कूलों के बच्चों का आधार कार्ड प्राथमिकता के आधार पर बनेगा। उसके बाद सरकारी सहायता प्राप्त तथा उसके बाद अन्य स्कूलों के बच्चों का बनेगा। झारखंड शिक्षा परियोजन परिषद ने फरवरी 2020 में यह प्रक्रिया शुरू की थी। विभिन्न प्रक्रियाएं पूरी करने के बाद अब नई व्यवस्था शुरू होने जा रही है। सूत्रों का कहना है कि आधार कार्ड शनिवार, रविवार या अन्य छुट्टी (गर्मी छुट्टी, शीतकालीन) में किया जा सकता है। इसके लिए झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद की ओर से विस्तृत मार्गदर्शन का इंतजार किया जा रहा है। सीआरपी को प्रति सफल आधार नामांकन के लिए पांच रुपए व बीआरपी को 10 रुपए प्रोत्साहन राशि मिल सकती है।