धनबाद में कमजोर पड़ा मॉनसून, किसानों को सता रहा बिचड़ा सूखने का डर
धनबाद / प्रमुख संवाददाता मॉनसून की अच्छी शुरुआत के बाद यह कमजोर पड़ गया है। स्थिति यह है कि पिछले तीन दिनों से धनबाद में बारिश नहीं हुई है। बारिश...
धनबाद। प्रमुख संवाददाता
मॉनसून की अच्छी शुरुआत के बाद यह कमजोर पड़ गया है। स्थिति यह है कि पिछले तीन दिनों से धनबाद में बारिश नहीं हुई है। बारिश नहीं होने की वजह से धनबाद के किसान परेशान हैं। किसानों को यह डर सता रहा है कि अगर बारिश नहीं हुई तो खेतों में लगा बिचड़ा सूख जाएगा। जून के महीने में धनबाद में अबतक 133 मिलीमीटर बारिश हुई है जो सामान्य बारिश से 14 प्रतिशत कम है। इस समय तक धनबाद में 155.5 मिलीमीटर बारिश हो जानी चाहिए थी। कम बारिश का असर खेतों पर भी दिख रहे हैं। बिचड़ा का रंग हरे से बदलकर पीला होने लगा है। अगले दो-तीन दिनों में बारिश नहीं हुई तो बिचड़ों को बचाना भी मुश्किल हो जाएगा।
धनबाद में 41 हजार हेक्टेयर जमीन पर होती है खेती: धनबाद में 41 हजार हेक्टेयर पर धान की खेती की जाती है। खेतों में रोपनी के लिए बिचड़ा तैयार करने की प्रक्रिया अभी चल रही है। लेकिन बारिश नहीं होने की वजह से बिचड़ों के सूखने का डर है। जिला कृषि विभाग द्वारा समय पर बीज उपलब्ध कराने की वजह से किसानों ने खेतों में बीज डाल दिए हैं।
दो दिनों बाद झारखंड में बारिश की संभावना: मौसम विज्ञान केंद्र रांची ने दो दिनों बाद धनबाद में बारिश की संभावना जताई है। अगर बारिश हो जाती है तो बिचड़ों के बचने की संभावना है, नहीं तो किसानों को परेशानियों का सामना करना होगा।