माडा परिसर बना रणक्षेत्र, मेयर के साथ हुई धक्का-मुक्की
नगर निगम का कार्यालय गुरुवार को रणक्षेत्र बन गया। उद्घाटन के लिए खड़ी निगम की टिपर गाड़ी के बैक करने के क्रम में एक माडाकर्मी घायल हो गया। विरोध में एकजुट होकर माडाकर्मियों ने निगम के लोगों के खिलाफ...
नगर निगम का कार्यालय गुरुवार को रणक्षेत्र बन गया। उद्घाटन के लिए खड़ी निगम की टिपर गाड़ी के बैक करने के क्रम में एक माडाकर्मी घायल हो गया। विरोध में एकजुट होकर माडाकर्मियों ने निगम के लोगों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। निगम के ड्राइवरों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया। दो वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। माडाकर्मियों को समझाने गए मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल के साथ भी दुर्व्यवहार किया गया। उनके साथ धक्का-मुक्की हुई। भीड़ से उनपर पत्थर भी फेंके। बॉडीगार्ड बड़ी मुश्किल से उन्हें निकालकर बाहर लाया।
गुरुरवार को नगर निगम में आई टिपर गाड़ी को झंडी दिखाकर सूडा निदेशक राजेश शर्मा रवाना करने वाले थे। सभी गाड़ियां माडा कैंपस में सुबह दस बजे से ही लगा दी गई थी। इसी क्रम में वाहनों को आगे-पीछे करने के दौरान माडा के लिपिक यदु राम वाहन की चपेट में आ गए। माडाकर्मी इससे नाराज हो गए। उनकी नाराजगी इस बात की थी कि गाड़ी उनके ऑफिस के सामने क्यूं खड़ी की गई। सब मिलकर इसका विरोध करने लगे। इसी क्रम में निगम की दो गाड़ियों को क्षतिग्रस्त कर दिया। ड्राइवर की भी जमकर पिटाई इुई।
बातचीत करने पहुंचे मेयर बने आक्रोश के शिकार
हंगामा कर रहे माडाकर्मियों से बातचीत करने के लिए मेयर शेखर अग्रवाल उनके पास पहुंचे। माडाकर्मी इस बात को लेकर आक्रोशित थे कि निगम उनकी संपत्ति पर कब्जा कर रहा है। बातचीत में माडाकर्मी उग्र हो गए। सरकार के खिलाफ नारे लगाए जाने लगे। इतने में हो-हल्ला होते हुए बात धक्का-मुक्की तक पहुंच गई। मेयर कोषांग के कुछ लोगों ने विरोध किया तो उनके साथ भी हाथापाई की गई। लगभग आधे घंटे तक माडा कैंपस में जमकर बवाल हुआ।