पीके राय व आईआईटी के बीच आया केसर-ए-हिन्द, अब होगी जांच
धनबाद में पीके राय कॉलेज और आईआईटी के बीच जमीन विवाद बढ़ता जा रहा है। आईआईटी ने चिह्नित जमीन को केसर-ए-हिन्द बताकर दावा किया है, जबकि पीके राय कॉलेज का कहना है कि राज्य सरकार ने उन्हें यह जमीन आवंटित...
धनबाद, मुख्य संवाददाता। पीके राय मेमोरियल कॉलेज के सेकेंड कैंपस जमीन के लिए चिह्नित जमीन पर आईआईटी ने उसे केसर-ए-हिन्द बताते हुए अपना दावा ठोका है। केसर-ए- हिन्द का मामला आने पर पीके राय कॉलेज व आईआईटी के बीच जमीन विवाद का मामला अब फंसता दिख रहा है। रांची में गुरुवार को उच्च शिक्षा निदेशालय में आईआईटी, पीके राय कॉलेज, राजकीय पॉलीटेक्निक भागा के प्रतिनिधियों व जिला प्रशासन के अधिकारियों ने अपनी-अपनी बात रखी। दोनों संस्थानों की ओर से जमीन पर दावा व विवाद को देखते हुए अब राज्य मुख्यालय की ओर से जमीन की जांच कराई जाएगी कि यह जमीन केसर-ए-हिन्द है या राज्य सरकार की। इसके बाद ही अंतिम निर्णय लिया जाएगा। पीके राय कॉलेज का दावा है कि कॉलेज को सेकेंड कैंपस के लिए सभी प्रक्रियाएं पूरी कर राज्य सरकार ने जमीन आवंटित किया है। वहीं आईआईटी का कहना है कि यह जमीन उसकी है। वहीं महत्वपूर्ण यह भी है कि राज्य सरकार ने 71 डिसमिल जमीन बहुउद्देश्यीय परीक्षा भवन बनाने के लिए पहले ही पीके राय कॉलेज को हस्तांतरित कर दी है। इसका दाखिल-खारिज भी हो चुका है। जमीन के पास 10 करोड़ रुपए की लागत से जिला विज्ञान केन्द्र बनाने के लिए भी डीपीआर को हरी झंडी मिल चुकी है। मामले में अब सभी पक्ष को जांच होने के बाद रिपोर्ट का इंतजार है।
एसएसएलएनटी को 25 एकड़ जमीन की घेराबंदी कराने का निर्देश: एसएसएलएनटी महिला कॉलेज को सेकेंड कैंपस के लिए राजकीय पॉलीटेक्निक धनबाद कैंपस में 25 एकड़ जमीन हस्तांतरण नहीं होने के मामले में भी उच्च शिक्षा निदेशालय रांची में बैठक हुई। बैठक में प्राचार्य डॉ शर्मिला रानी व सीओ धनबाद ने हिस्सा लिया। यह निर्णय लिया गया कि मंगलवार को सीओ धनबाद प्राचार्य व पॉलीटेक्निक धनबाद के प्राचार्य की उपस्थिति में सेकेंड कैंपस के लिए जमीन चिह्नित कर घेराबंदी कराएंगे। सभी प्रक्रियाएं पूरी कर जमीन को चार भाग में बांटा जाएगा। उच्च शिक्षा निदेशालय के निर्देश पर अब उम्मीद की जा रही है कि एसएसएलएनटी को 25 एकड़ जमीन जल्द मिल जाएगी।
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