नसून से निबटने की तैयारी नही करना पड़ा महंगा
झरिया । बारिश रुकने के बाद भी क्षेत्र के कई ओपन कास्ट परियोजनाओं में कोयला उत्पादन ठप है। माइंस में पानी भरा हुआ है। कोयला उत्पादन की जगह पानी का...
झरिया । बारिश रुकने के बाद भी क्षेत्र के कई ओपन कास्ट परियोजनाओं में कोयला उत्पादन ठप है। माइंस में पानी भरा हुआ है। कोयला उत्पादन की जगह पानी का निकासी कई जगहों पर हो रहा है। सबसे अधिक लोदना क्षेत्र बरसात से प्रभावित हुआ है। बरसात ने लोदना क्षेत्र की लापरवाही को भी उजागर कर दिया है। क्षेत्र की महत्वपूर्ण आउटसोर्सिंग परियोजना जीनागोरा एफपैच में पानी भर गया है। इस परियोजना का पानी निकालने में लंबा समय लग सकता है।
बताते हैं कि जोरिया और ड्रेन की सफाई नहीं होने के कारण यही स्थिति उत्पन्न हुई है। सुरूंगा जोरिया का पानी काफी तेज रफ्तार से जीनागोरा एफपैच में घुस गया था। इसके अलावा अवैध खनन के कारण भी पानी आउटसोर्सिंग पैच में भर गया है। रविवार को बीसीसीएल के तकनीकी निदेशक चंचल गोस्वामी भी पैच में पानी की स्थिति देख दंग रह गए। जल्द से जल्द पानी निकासी का कार्य शुरू करने का निर्देश दिया है। वहीं मजदूर नेताओं का कहना है कि प्रबंधन की लापरवाही के कारण ऐसा हुआ है। आउटसोर्सिंग कंपनी को भी इससे काफी नुकसान हुआ है। सभी मशीनें खड़ी है। लोगों का कहना है कि अगर प्रबंधन मानसून से पहले सफाई पर ध्यान दिया होता तो यह स्थिति नहीं पैदा होती। इस परियोजना से प्रतिदिन 12 से 14 हजार टन कोयला का उत्पादन होता है। करीब 50 लाख टन कोयले का भंडार है। अगर पानी की निकासी समय पर नहीं हुई तो टारगेट पूरा करना लोदना क्षेत्र के लिए मुश्किल हो जाएगा। वही क्षेत्रीय प्रबंधन इस मामले में कुछ कहने से बच रहा है।