हाउसिंग बोर्ड के फ्लैट को नहीं मिल रहे खरीदार
आठ साल से हाउसिंग बोर्ड के फ्लैट तैयार हैं, लेकिन इसे खरीदनेवाला कोई नहीं है। कारण हाउसिंग बोर्ड का फ्लैट से सस्ती दर पर बिल्डर फ्लैट बेच रहे...
आठ साल से हाउसिंग बोर्ड के फ्लैट तैयार हैं, लेकिन इसे खरीदनेवाला कोई नहीं है। कारण हाउसिंग बोर्ड का फ्लैट से सस्ती दर पर बिल्डर फ्लैट बेच रहे हैं। इससे बोर्ड के फ्लैट में लोगों की रुचि नहीं है। फ्लैट खरीदने के नियम भी जटिल होने के कारण इच्छुक लोग नहीं ले पा रहे हैं।
हाउसिंग बोर्ड ने 69 फ्लैट 2015-16 में ही शहर के बीच चार जगहों पर बनाया है। अलग-अलग जगहों के फ्लैट की कीमत भी अलग-अलग रखी गई है। अगर आप टू बीएचके का फ्लैट खरीदते हैं तो आपको हाउसिंग बोर्ड को औसतन 35-40 लाख रुपए भुगतान करना होगा। ठीक उसी के बगल में अपार्टमेंट भी हैं, जहां ग्राहकों को 20 से 25 लाख में ही टू बीएचके का फ्लैट मिल रहा है। बावजूद अगर कोई खरीदार हाउसिंग बोर्ड का फ्लैट लेने का इच्छा रखता है तो बोर्ड का नियम को देख पीछे हट जाता है। बोर्ड का कहना है कि जो फ्लैट का मूल्य रखा गया है, उसका आवेदन हाउसिंग बोर्ड के नाम से देना है और साथ में 10 प्रतिशत मूल्य भी। यह पैसा आपको नकद नहीं, झारंखड स्टेट हाउसिंग बोर्ड धनबाद के नाम से ड्राफ्ट बनाकर देना है। एग्रीमेंट के समय 20 प्रतिशत देना है। इसके बाद चार माह में पूरा पैसा देना होगा। वहीं, बिल्डरों से फ्लैट खरीदने पर लोगों को 15-20 प्रतिशत बुकिंग राशि के बाद बैंक से आसानी से लोन मिल जाता है। इससे मध्यमवर्ग और नौकरीपेशा लोग आसानी से फ्लैट खरीद पाते हैं। इसमें कागजात और नियम भी सरल हैं।
शहर के बीच बसी है हाउसिंग कॉलोनी
बोर्ड ने हाउसिंग कॉलोनी में कुल 69 फ्लैट बनाएं हैं। इसमें आईएसएच-36, जनता-4, एचआईजी-5 और एमआईजी प्लस थ्री में 24 फ्लैट हैं। यह सभी शहर के बीचोंबीच हैं। वहीं फ्लैट की बिक्री करने के लिए अंतिम विज्ञापन 2017 में ही निकला था, इसके बाद आजतक नहीं निकला।