जमीन हड़पकर कॉरपोरेट घरानों को दे रही सरकार : त्रिपाठी
राज्य में जमीन हड़पने का खेल चल रहा है। यह खेल माफिया या गुंडा नहीं, सरकार खेल रही है। गरीबों की जमीन जबरन हड़प कर कॉरपोरेट घरानों को दी जा रही है। उक्त बातें दिल्ली के मॉडर्न टाउनशिप विधानसभा से आप...
राज्य में जमीन हड़पने का खेल चल रहा है। यह खेल माफिया या गुंडा नहीं, सरकार खेल रही है। गरीबों की जमीन जबरन हड़प कर कॉरपोरेट घरानों को दी जा रही है। उक्त बातें दिल्ली के मॉडर्न टाउनशिप विधानसभा से आप विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी ने कहीं। वे रविवार को न्यू टाउन हॉल में आयोजित आम आदमी पार्टी की शंखनाद सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कार्यकताओं के बीच स्थानीय ज्वलंत मुद्दों को उठाकर सरकार की खामियां गिनाईं। उन्होंने कहा कि झारखंड में जो पहले से था, उसे भी सरकार खत्म करने पर आमादा है। रघुवर सरकार में जहां लोग पीएमसीएच की सीटें 200 की उम्मीद लगाए बैठे थे, लेकिन सौ सीटें भी खत्म कर दी गईं। लाइफलाइन कही जाने वाली डीसी लाइन बंद कर दी गई, जिससे 52 जोड़ी ट्रेनों का अस्तित्व खत्म हो गया। रेललाइन पर न तो बीसीसीएल और न ही रेलवे को आपत्ति है, लेकिन सरकार ने जबरन उसे बंद करा दिया, क्योंकि इस खंड के अंदर प्रचुर कोयले को कॉरपोरेट जगत को बेच दिया गया है। रेल खंड के अंदर भूमिगत आग का भय दिखाकर आइवॉश किया गया, जबकि सच्चाई है कि सारी राजनीति पीएमओ की है। झारखंड के लोगों का कोयला, यहां की फैक्ट्री, लेकिन पूरे भारत में सबसे महंगी बिजली झारखंड के लोगों को, यह कैसा करिश्मा है। हम झारखंड से बिजली खरीद कर 1.70 रुपए लोगों को देते हैं, जबकि यहां के लोगों को चार से छह रुपए देते पड़ते हैं। बिजली भी मिलती है, तो महज छह से सात घंटे के लिए। यह सरकार झारखंड को और भी पीछे ले जा रही है। कार्यक्रम में पहुंचे लाहबनी के लोगों से बातचीत कर उन्होंने कहा कि सरकारें जनसरोकार के लिए होती हैं, न कि जनता को परेशान करने और लूटने के लिए। अपना हक मांग रहे लोगों, महिलाओं, बच्चों और गर्भवती महिलाओं पर डंडे बरसा रही है। लाहबनी और भेलाटांड़ के लोगों को उनका हक जरूर मिलेगा। नोटबंदी , एफडीआई, डीसी लाइन बंदी, किसानों की आत्महत्या, जमीन का मुआवजा न देना सारी चीजें देश को पीछे ले जा रही हैं। आप के प्रदेश संयोजक जयशंकर चौधरी ने कहा कि मोमेंटम झारखंड के नाम पर कॉरपोरेट जगत के स्वागत और प्रचार में जितना पैसा जनता का बहाया गया, उतने पैसे का भी निवेश नहीं हुआ। सीएनटी के साथ छेड़छाड़ कर आदिवासियों से उनका हक छीना गया। लाहबनी के लोगों को जमीन के बदले रास्ता क्यों नहीं मिला, इसपर सांसद-विधायक मौन क्यों हैं। मौके पर जिला संयोजक पीयूष झा, विधानसभा अध्यक्ष अतुल आनंद झा, कार्यसमिति के पवन कुमार पांडेय, कुमार राकेश, विधान चंद्र राय, प्रदेश महिला संयोजक वंदना कुमारी, याश्मिन लाल, गिरीडीह के संयोजक कृष्ण मुरारी शर्मा, जमशेदपुर के दिनेश महतो, बोकारो के ज्योतिष कुमार, अनंत कुमार, गौतम चंद्रवंशी, अश्फाक आलम, संतोष विश्वकर्मा सहित अन्य लोग उपस्थित थे।