प्रह्लाद ने ठुकरा दिया था अमन को मारने के लिए पांच लाख का ऑफर
धनबाद जेल में गैंगस्टर अमन सिंह की हत्या की जांच से खुलासे, साजिश की योजना, रेलवे मार्केट से पिस्टल की खुफिया रचना।
धनबाद, रविकांत झा धनबाद जेल में मौत के घाट उतारे गए गैंगस्टर अमन सिंह की हत्या की तफ्तीश के आगे बढ़ने के साथ हर दिन नए-नए खुलासे सामने आ रहे हैं। सीआईडी जांच में पता चला है कि सतीश साव उर्फ गांधी ने सबसे पहले धनबाद जेल में बंद सरायढेला बगुला के प्रह्लाद हाजरा को अमन सिंह की हत्या की सुपारी देनी चाही थी। प्रह्लाद के कथित बॉस जयमंगल हाजरा के जरिए गांधी ने उससे संपर्क किया था। हत्या के बदले पांच लाख रुपए देने की बात हुई थी, लेकिन जयमंगल हाजरा और प्रह्लाद हाजरा ने गांधी के ऑफर को ठुकरा दिया था।
रामगढ़ जेल में सीआईडी के समक्ष खुद जयमंगल हाजरा ने इस बात का खुलासा किया है। हत्या के दिन जयमंगल और उसका शागिर्द प्रह्लाद भी धनबाद जेल में बंद थे। दोनों सरायढेला कार्मिक नगर निवासी जमीन कारोबारी अजय पासवान की हत्या मामले में जेल गए हैं। हाजरा ने बताया कि वार्ड सी-4 में बंद प्रह्लाद ने ही अजय पासवान को गोली मारी थी, इसलिए गांधी और विकास अमन की हत्या के लिए उसे तैयार करना चाहते थे। रुपए के अलावा कई कोलियरियों में रंगदारी टैक्स तय कराने और कारोबारियों से रंगदारी दिलाने का भी भरोसा दिया गया था। हाजरा के मना करने के बाद आशीष रंजन को उसने फोन पर कहते सुना था कि जेल के अंदर अमन को मारने का दम किसी में नहीं है, अब बाहर से ही शूटर भेजना पड़ेगा।
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गांधी ने छीन ली थी स्कार्पियो, ब्रासलेट व चेन, नाराज था जयमंगल
जयमंगल के इशारे पर वर्ष 2019 में गांधी और कई हत्याकांडों में फरार आशीष रंजन उर्फ छोटू पर जमीन कारोबारी समीर मंडल की हत्या का आरोप है। जयमंगल ने सीआईडी को बताया था कि वह जेल के वार्ड नंबर सात में बंद था। वहां गांधी का बोलबाला था। उसने जयमंगल हाजरा की नई स्कार्पियो ले ली। जान मारने की धमकी देकर गाड़ी को अपने नाम पर ट्रांसफर करा लिया। जयमंगल की पांच लाख रुपए की सोने की चेन और ब्रासलेट भी ले ली। इसी बात से जयमंगल गांधी को नाराज था।
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अमन कहता था- मैं मुन्ना बजरंगी नहीं कि मुझे जेल में मार देगा...
जयमंगल ने सीआईडी को बताया कि दो ¸माह से जेल में अमन की हत्या की योजना बन रही थी। अक्सर वह गांधी और विकास बजरंगी को फोन पर रिंकू सिंह और आशीष रंजन के साथ मिल कर अमन सिंह की हत्या की साजिश रचने की बात करते सुनता था। उसने इस बात की खबर जब अमन सिंह को दी तो अमन ने कहा था कि ‘मैं मुन्ना बजरंगी नहीं कि मुझे जेल में मार देगा...। हत्या की साजिश में गांधी और विकास ने जेल में बंद कतरास आकाशकिनारी के चंदन यादव, झरिया लोदना मोड़ रसूल बाग निवासी सहजाद कुरैशी, केंदुआडीह बसेरिया तालाब निवासी अमर रवानी, सीएमपीएफ कॉलोनी निवासी पिंटू सिंह, भागा ग्राउंड टाटा क्वार्टर निवासी अभिमन्यु सिंह और बगान धौड़ा कुमारधुबी निवासी धनु शर्मा शामिल थे।
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रेलवे स्टेशन मार्केट से खाना में पैक होकर पहुंचा था पिस्टल
सीआईडी जांच में खुलासा हुआ है कि धनबाद स्टेशन रोड में स्थित रेलवे मार्केट की एक दुकान में खाने के पैकेट में दोनों पिस्टल को भर कर धनबाद जेल भेजा गया था। सीआईडी को बयान देते हुए जयमंगल हाजरा ने बताया था कि गांधी का बड़ा साला का स्टेशन रोड में बिरयानी की दुकान है। अक्सर वह जेल गेट पर बिरयारी पहुंचाता था। जो बिना रोक-टोक और बिना जांच के जेल के अंदर पहुंचता था।