पानी कनेक्शन शुल्क बढ़ने पर पूर्व मेयर व पार्षदों ने खोला मोर्चा
राज्य सरकार द्वारा शहरी क्षेत्र में वाटर कनेक्शन शुल्क में लगभग 80 प्रतिशत की बढ़ोतरी के खिलाफ पूर्व मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल और पार्षदों ने मोर्चा...
धनबाद प्रमुख संवाददाता
राज्य सरकार द्वारा शहरी क्षेत्र में वाटर कनेक्शन शुल्क में लगभग 80 प्रतिशत की बढ़ोतरी के खिलाफ पूर्व मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल और पार्षदों ने मोर्चा खोल दिया है। सरकार को 15 दिनों का अल्टीमेटम देते हुए कहा कि अगर बढ़ोतरी वापस नहीं की गई तो सड़कों पर उतरकर आंदोलन किया जाएगा।
रविवार को पूर्व मेयर के आवासीय कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में वाटर कनेक्शन शुल्क बढ़ोतरी का विरोध किया गया। पूर्व मेयर ने कहा कि धनबाद में डीएमएफटी फंड से शहरी जलापूर्ति योजना के तहत लोगों को घर-घर पानी दिया जा रहा है। इस पैसे पर धनबाद का हक है। लेकिन राज्य सरकार ने मनमाने तरीके से वाटर कनेक्शन शुल्क में दोगुना तक वृद्धि कर दी है, यह गलत है। यहां के लोगों को नियमित पानी नहीं मिल रहा है और ऐसे समय में सरकार वाटर कनेक्शन शुल्क में बढ़ोतरी कर लोगों पर आर्थिक बोझ डाल रही है। प्रेसवार्ता में पार्षद प्रियरंजन, अंदिला देवी, सुमन अग्रवाल, शैलेंद्र सिंह समेत अन्य मौजूद थे।
नगर निगम बोर्ड ने निशुल्क कनेक्शन देने का लिया था निर्णय
पूर्व मेयर ने बताया कि नगर निगम बोर्ड ने धनबाद में लोगों को निशुल्क वाटर कनेक्शन देने का निर्णय लिया था। ऐसे में सरकार बोर्ड के निर्णय को भी नहीं मान रही है। धनबाद के लोगों को राहत देने के लिए यह निर्णय लिया गया था।
मीटर नहीं लगाने पर अवैध होगा वाटर कनेक्शन
पूर्व मेयर ने बताया कि सरकार के नए नियम के अनुसार मीटर नहीं लगाने पर छह माह में कनेक्शन अवैध हो जाएगा। उन्होंने इसका विरोध करते हुए कहा कि इसके लिए सरकार को पहले आम सूचना और लोगों के बीच जागरुकता अभियान चलाना चाहिए।