देवघर में जमीन के धंधे से करोड़ों की कमाई के मिले साक्ष्य
धनबाद। देवघर में जमीन कारोबारियों के ठिकानों पर आयकर छापेमारी में जमीन के धंधे से करोड़ों की कमाई के साक्ष्य मिले हैं। बड़ी संख्या में डीड व जमीन से...

धनबाद। देवघर में जमीन कारोबारियों के ठिकानों पर आयकर छापेमारी में जमीन के धंधे से करोड़ों की कमाई के साक्ष्य मिले हैं। बड़ी संख्या में डीड व जमीन से संबंधित दस्तावेज बरामद किए गए हैं। छापेमारी में शामिल एक अधिकारी ने कहा कि जमीन से संबंधित इतने दस्तावेज हैं कि इनकी जांच-पड़ताल में वक्त लगेगा। देवघर में अबतक जमीन कारोबारियों के ठिकानों से लगभग ढाई करोड़ नकद बरामद होने की भी सूचना है। हालांकि अबतक छापेमारी को लेकर आयकर विभाग की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। देवघर, गोड्डा व कोलकाता में दूसरे दिन भी छापेमारी जारी है। इन लोगों से जुड़े धनबाद स्थित एक ठिकाने पर मंगलवार को छापेमारी पूरी हो गई है।
आयकर विभाग के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि बड़े पैमाने पर कर वंचना के साक्ष्य मिल रहे हैं। दर्जनों बैंक खाते और लॉकर मिले हैं। फिलहाल बैंक खाते की अभी जांच नहीं हुई है। छापेमारी के बाद बैंक खाते और लॉकर की जांच होगी। वैसे अंदरखाने यह भी सूचना है कि कुछ बैंक खाते पर रोक लगाई गई है। देवघर में जमीन के धंधे में ताकतवर लोगों का एक ग्रुप सक्रिय है। इनको पर्दे के पीछे कई प्रभावशाली लोगों का भी संरक्षण मिला हुआ है। सूत्र बताते हैं कि निवेश संबंधी कई ऐसे दस्तावेज भी मिले हैं, जो कई प्रभावशाली लोगों से कनेक्शन का खुलासा कर सकता है। इधर, गोड्डा में कारोबारी मुकेश बजाज के ठिकाने से भी कर वंचना के साक्ष्य हैं। बजाज विभिन्न तरह के व्यावसाय के अलावा ठेकेदारी से भी जुड़े हैं। बजाज के कोलकाता स्थित ठिकाने पर भी छापेमारी जारी है। आयकर की एक और टीम कोलकाता पहुंची है। वहीं देवघर में पूर्व मेयर बबलू खवाड़े, पूर्व डिप्टी मेयर संजयानंद झा, श्रीश्री बालानंद ब्रह्मचारी आश्रम के अलावा उमाशंकर सिंह, सुशील सुल्तानिया, महेश मिश्रा, ब्रजेश राय, संजय मालवीय, नंदकिशोर दास व विनोद वर्मा आदि के ठिकानों पर भी छापेमारी जारी है।
देवघर में दूसरी जांच एजेंसी की भी हो सकती है इंट्री: देवघर में जमीन कारोबारियों के ठिकानों से मिल रहे साक्ष्य से कई संकेत मिल रहे हैं। जांच से जुड़े सूत्र बताते हैं कि जमीन से संबंधित मामलों में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी के साक्ष्य मिल रहे हैं। आयकर विभाग फिलहाल कमाई एवं कर वंचना को केंद्र में रखकर जांच कर रहा है। वैसे जिस तरह की गड़बड़ियां मिल रही हैं, उससे यही संकेत है कि देर सबेरे दूसरी जांच एजेंसी की भी इंट्री हो सकती है। सूत्रों की मानें, तो कई तरह की ऐसी भी गड़बड़ियां सामने आई हैं, जो आयकर के दायरे से बाहर हैं। सरकारी जमीन भी बेचने के साक्ष्य मिले हैं।
