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स्टेशन पर एस्‍क्‍लेटर चलता नहीं, अब लिफ्ट की तैयारी

धनबाद रेलवे स्टेशन पर माह के अंत तक प्लेटफॉर्म नंबर एक से रैंप ओवरब्रिज पर चढ़ने के लिए यात्री लिफ्ट की सुविधा ले पाएंगे। अगले माह प्लेटफॉर्म नंबर 4-5 पर भी लिफ्ट लग जाएंगे, लेकिन प्लेटफॉर्म नंबर 2-3...

स्टेशन पर एस्‍क्‍लेटर चलता नहीं, अब लिफ्ट की तैयारी
हिन्दुस्तान टीम,धनबादMon, 16 Jul 2018 01:41 AM
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धनबाद रेलवे स्टेशन पर माह के अंत तक प्लेटफॉर्म नंबर एक से रैंप ओवरब्रिज पर चढ़ने के लिए यात्री लिफ्ट की सुविधा ले पाएंगे। अगले माह प्लेटफॉर्म नंबर 4-5 पर भी लिफ्ट लग जाएंगे, लेकिन प्लेटफॉर्म नंबर 2-3 पर लगे एस्क्लेटर (स्वचालित सीढ़ी) का हाल देख कर रेल यात्री लिफ्ट की सुविधा को लेकर सशंकित हैं। दरअसल, यात्रियों की सुविधा के लिए लगाए गए एस्क्लेटर को सिर्फ राजधानी एक्सप्रेस के समय पर चलाया जाता है।

23 फरवरी 2014 को पूर्व मध्य रेलवे के तत्कालीन महाप्रबंधक मधुरेश कुमार ने धनबाद रेलवे स्टेशन को एस्क्लेटर की सौगात दी थी। चार साल बीतने के बावजूद अबतक एस्क्लेटर की सुविधा में कटौती जारी है। शाम साढ़े सात बजे से रात नौ बजे तक ही नियमित रूप से एस्क्लेटर चलाया जाता है। इसके बाद उसे बंद कर दिया जाता है। बड़े अधिकारी और वीआईपी के आने-जाने पर यदा-कदा दिन में भी उसे चलाया जाता है। 2014 में ही पटना स्टेशन के 10 नंबर प्लेटफॉर्म पर भी एस्क्लेटर लगाया गया था, जो 24 घंटे चलता है। धनबाद रेल मंडल को पटना से सीखने की जरूरत है।

नियमित रूप से एस्क्लेटर नहीं चलाने के लिए शुरू से यात्रियों पर दोष मढ़ा जाता रहा है। शुरुआती दौर में कहा जाता था कि एस्क्लेटर को लेकर ज्यादातर यात्री जागरुक नहीं हैं। केयरटेकर नहीं रहने के कारण दुर्घटना की आशंका को देखते हुए एस्क्लेटर नियमित नहीं चलाया जाता है। अब कहा जा रहा है कि यात्री ही स्वीच बंद कर देते हैं, इसलिए वह बंद हो जाता है। ऐसी स्थिति में स्वीच बोर्ड खोल कर ठीक करना पड़ता है, दिन के समय में उस प्लेटफॉर्म पर ज्यादा ट्रेनें नहीं आती हैं। धनबाद स्टेशन पर नई सुविधा मिलती नहीं और पुरानी छिन जाती है। आधुनिक सुविधाएं तो दूर ए वन कटेगरी का स्टेशन होने के बावजूद धनबाद स्टेशन के सभी प्लेटफॉर्म पर टॉयलेट तक नहीं है। पहले पूछताछ काउंटर के सामने पे एंड यूज टॉयलेट था, लेकिन फूड प्लाजा के लिए उसे तोड़ दिया गया। अब फूड प्लाजा भी बंद हो गया। जब से धनबाद-चंद्रपुरा लाइन बंद हुई है, तब से धनबाद स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 6-7 की रोनक खत्म हो गई है। दोनों प्लेटफॉर्म पर सन्नाटा पसरा रहता है। खासकर, रात के समय इन प्लेटफॉर्म पर एक भी ट्रेन नहीं आती है। या तो प्लेटफॉर्म खाली रहते हैं या फिर उसका यार्ड की तरह प्रयोग किया जाता है।

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