जेठ की तपती गर्मी में बिजली रुला रही है। जैसे-जैसे बढ़ रही है, बिजली कटौती भी बढ़ती जा रही है। दिन हो या रात घंटों बिजली गुल रह रही है। इससे लोगों की नींद हराम हो रही है। कटौती के साथ विभाग के प्रति लोगों का आक्रोश भी बढ़ता जा रहा। विभाग लाख दावा कर ले लेकिन लॉकडाउन में बिजली आपूर्ति करने में पस्त हो जा रही है।
सोमवार को भी 6-7 घंटे तक बिजली कटौती की गई। इससे लोगों को विभिन्न प्रकार के परेशानियों का सामना करना पड़ा। इतनी देर तक बिजली कटौती से बैठे लोग बेचैन रहे।
मनईटांड़ फीडर की लाइन रातभर कटती रही
मनईटांड फीडर की लाइन रातभर आना-जाना लगा रहा। रात 11 बजे से लेकर सुबह आठ बजे तक बिजली काटी गई। इस कारण लोग सो भी नहीं पाए। इसी तरह सुबह 10 बजे लेकर शाम 6 बजे तक पांच बार बिजली 30 से 50 मिनट करके काटी गई। इसका असर, बरमसिया, पतराकुल्ही, हरिनारायण कॉलोनी, दुहाटांड़, सरायढेला इलाका प्रभावित रहा।
नेशनल ग्रिड की लाइन पर असर
नेशनल ग्रिड की लाइन पर खास असर पड़ रहा है। रांची मुख्यालय की ओर से स्टैंड लोड डिस्पैच सेंटर बिजली कटौती कर रहा है। जिसका असर क्षेत्र में पड़ रहा है। कार्यपालक अभियंता मृणाल गौतम का कहना है कि डिस्पैच सेंटर पिछले एक सप्ताह से बिजली कटौती कर रहा है। कभी 6 घंटे तो कभी 2 घंटे करके कटौती हो रही है। इससे गोविंदपुर, टुंडी, बरवाअड्डा, आमाघाटा, कुसुम विहार, छोटा अंबोना तक बिजली गुल हो जा रही है, जिससे लोगों को परेशानियों का।
275 की जगह 170 मेगावाट मिल रही बिजली
जिले में लॉक डाउन से पूर्व 275 मेगावाट बिजली आपूर्ति की जाती थी लेकिन अभी 170 मेगावाट बिजली ही मिल रही है। लॉकडाउन में उद्योग बंद होते ही विभाग 100 मेगावाट कम बिजली खरीदने लगा। अभी धनबाद 100 मेगावाट, गोविंदपुर 40, झरिया 20, निरसा में 30 मेगावाट बिजली आपूर्ति की जा रही है।
गर्मी बढ़ने से हर फीडर की लाइन में तकनीकी खराबी व लोड बढ़ जाने से बिजली संकट की समस्या लोगों को झेलनी पड़ रही है। 170 मेगावाट बिजली अभी क्षेत्र में आपूर्ति की जा रही ही। कुछ दिन में बिजली सामान्य हो जाएगी।
- परितोष कुमार, जीएम, बिजली