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14 के बाद लॉकडाउन की स्थिति पर निर्भर करेगा ई-ऑक्शन

कोयला आधारित उद्योग बंद हैं। रोड सेल में कोयले की ट्रासंपोर्टिंग प्रभावित है। हालत यह है कि मार्च में स्पॉट ई-ऑक्शन में दिए गए ऑफर के कोयले का उठाव अब तक नहीं हो सका...

14 के बाद लॉकडाउन की स्थिति पर निर्भर करेगा ई-ऑक्शन
हिन्दुस्तान टीम,धनबादWed, 08 Apr 2020 02:08 AM
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कोयला आधारित उद्योग बंद हैं। रोड सेल में कोयले की ट्रासंपोर्टिंग प्रभावित है। हालत यह है कि मार्च में स्पॉट ई-ऑक्शन में दिए गए ऑफर के कोयले का उठाव अब तक नहीं हो सका है। इसके बावजूद अप्रैल महीने में 84,500 टन कोयले का ऑफर बीसीसीएल की ओर से 4 अप्रैल को जारी कर दिया गया है। यह ऑक्शन कितना सफल होगा इसको लेकर शंका है। आधिकारिक सूत्र बताते हैं कि 14 के बाद लॉकडाउन की स्थिति पर ई-ऑक्शन का रुख निर्भर करेगा।

लॉकडाउन से कोयले के कारोबार खासकर डिस्पैच प्रभावित हुआ है। मार्च में ई-ऑक्शन में भाग लेनेवाले कई ने पैसा तक जमा नहीं किया है। हालांकि इसको लेकर कोल इंडिया ने रियायत दी है। 14 अप्रैल तक पैसा जमा करने की अवधि को बढ़ाकर 21 अप्रैल कर दिया गया है। 14 अप्रैल तक पैसा जमा नहीं करनेवालों को कोई पेनाल्टी नहीं लगेगा। मामले पर बात करने पर आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि यदि लॉकडाउन खत्म कर दिया गया तो 15-16 को होनेवाले ई-ऑक्शन का बेहतर रिस्पांस मिल सकता है। अन्यथा फ्लोर प्राइस पर भी कोयला बुकिंग में आफत होगी।

मालूम हो लॉकनडाउन के कारण एक तरफ जहां कोयला आधारित उद्योगों पर ताला लग गया है, दूसरी तरफ कोल ट्रेडिंग भी ठंडी है। कोयले का उठाव नहीं हो रहा है। प्राइवेट कोयला आधारित उद्योग बंद रहने से कोयले की मांग भी घटी है। स्थानीय स्तर पर हार्डकोक उद्योगों के शटर बंद होने से भी बीसीसीएल में ई-ऑक्शन पर असर पड़ने की संभावना है।

बीसीसीएल ने अप्रैल माह में 84500 टन कोयले के साथ-साथ 43000 टन स्लरी का ऑफर दिया है। 15 अप्रैल को 36500 टन तथा 16 अप्रैल को 48000 टन कोयले का ई-ऑक्शन होगा। बेहतर रिस्पांस नहीं मिला तो उक्त ऑक्शन की शर्तों में भी ढील दी जा सकती है।

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