डीआरएम चौक पर होता है नो इंट्री का गजब खेल
डीआरएम चौक पर नो इंट्री का गजब खेल होता है। डीआरएम चौक से स्टेशन रोड की तरफ हमेशा नो इंट्री रहती है, लेकिन कहीं भी नो इंट्री का साइन बोर्ड नहीं लगा...
डीआरएम चौक पर नो इंट्री का गजब खेल होता है। डीआरएम चौक से स्टेशन रोड की तरफ हमेशा नो इंट्री रहती है, लेकिन कहीं भी नो इंट्री का साइन बोर्ड नहीं लगा है। टाइगर और गश्ती पुलिस पहले तो पूजा टॉकीज या फिर कोर्ट मोड़ के पास ट्रक वालों को रास्ता दिखाते हैं। जैसे ही ट्रक स्टेशन रोड पर पहुंचती है। वहां तैनात दूसरे पुलिस कर्मी उसे दबोच लेते हैं और फिर यहां से शुरू होता है मोल-भाव का खेल। पुलिस का यह खेल हर लगातार चलता है। दो साल पहले 19 अगस्त को पूजा टॉकीज के पास सुबह साढ़े नौ बजे सड़क पार कर रहे पूजा टॉकीज के कर्मी बैद्यनाथ सिंह (53) को ट्रक ने कुचल दिया था। नो इंट्री में ट्रक के प्रवेश को लेकर खूब हंगामा मचा था। मामले की जांच कराने की बात कहकर प्रशासन ने किसी तरह मामला शांत कराया। जांच भी कराई गई। जांचकर्ता तत्कालीन ट्रैफिक डीएसपी अशोक कुमार तिर्की ने किसान चौक, मेमको मोड़ चेकपोस्ट और धैया के टाइगर जवानों से पूछताछ कर जांच रिपोर्ट सौंपी, लेकिन दो साल बीतने के बाद भी रिपोर्ट न तो सार्वजनिक हुई न हो कोई कार्रवाई हुई। वर्ष 2017 में बिग बाजार के पास नो इंट्री में घुसी ट्रक ने दो अलग-अलग बाइक सवार को रौंद दिया था। दुर्घटना में सरायढेला के अनूप सिंह और ठाकुरकुल्ही के रौशन की मौत हो गई थी। घटना में भी पुलिस ने एफसीआई का ट्रक बताकर जांच से अपना पल्ला झाड़ लिया था।