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एमपीएल में चलनेवाले 91 भारी वाहनों के ड्राइविंग लाइसेंस फर्जी

मैथन पावर लिमिटेड (एमपीएल) में परिवहन में लगे भारी वाहनों के चालक बड़ी संख्या में फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस पर वाहन चला रहे...

एमपीएल में चलनेवाले 91 भारी वाहनों के ड्राइविंग लाइसेंस फर्जी
हिन्दुस्तान टीम,धनबादFri, 26 Feb 2021 05:33 AM
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धनबाद मुख्य संवाददाता

मैथन पावर लिमिटेड (एमपीएल) में परिवहन में लगे भारी वाहनों के चालक बड़ी संख्या में फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस पर वाहन चला रहे हैं। जिला परिवहन पदाधिकारी (डीटीओ) की जांच में इसका पता चला है। भारी वाहनों में हाइवा, जेसीबी तथा एक्सीवेटर शामिल हैं। डीटीओ ओमप्रकाश ने एडीएम विधि-व्यवस्था चंदन कुमार को जांच रिपोर्ट सौंपी है। जांच रिपोर्ट से अनुसार एमपीएल की ट्रांसपोर्टिग (परिवहन) में लगे 91 भारी वाहनों के चालकों के लाइसेंस फर्जी पाए गए हैं। सभी पर कार्रवाई होगी। जांच अधिकारी ने इसे बड़ा फर्जीवाड़ा माना है।

क्या है मामला

एमपीएल में कोयला तथा अन्य सामग्रियों के परिवहन के लिए बड़ी संख्या में भारी वाहन चलते हैं। इसमें विस्थापितों तथा कई सफेदपोश नेताओं के भी वाहन है। पिछले दिनों विस्थापितों को नियोजन देने तथा परिवहन के काम में प्राथमिकता देने की मांग को लेकर एमपीएल में आंदोलन हुआ था। धरना-प्रदर्शन तथा दूसरे विरोध भी हुए थे। मामले में समझौता की जिम्मेवारी एडीएम को सौंपी गई थी। बैठक में ही एमपीएल प्रबंधन की ओर से यह मामला उठाया गया था कि फर्जी कागजाच तथा ड्राइविंग लाइसेंस के आधार पर वाहनों का संचालन किया जा रहा है। इसके बाद ही एडीएम विधि-व्यवस्था ने एमपीएल में संचालित तमाम वाहनों के कागजात तथा ड्राइविंग लाइसेंस की जांच का निर्देश डीटीओ को दिया था।

261 वाहनों की हुई जांच

डीटीओ की सौंपी गई रिपोर्ट के मुताबिक 261 वाहनों की जांच की गई है। इसमें 91 भारी वाहनों के चालकों के लाइसेंस फर्जी पाए गए हैं। इसमें हाइवा के 40, एक्सीवेटर से चार, डोजर के दो तथा अन्य वाहनों के चालकों के फर्जी लाइसेंस हैं।

एलएमवी लाइसेंस, चला रहे भारी वाहन

जांच रिपोर्ट के अनुसार कई चालकों के नाम से एलएमपी (लाइट मोटर व्हीकल) के लाइसेंस हैं, लेकिन वे भारी वाहन चला रहे हैं। कई चालकों ने मैनुअल लाइसेंस जमा कर रहा है। जबकि वर्तमान में सभी लाइसेंस कंप्यूटर में बनते हैं तथा ऑन लाइन रहता है। दूसरे राज्यों के जारी लाइसेंस भी जमा किए गए हैं।

आगे क्या होगा

डीटीओ ने बताया कि फर्जी लाइसेंस का प्रयोग करना कानूनी जुर्म है। ऐसी सभी लोगों की पहचान कर ली गई है। सभी को नोटिस भेजा जाएगा। नोटिस के बाद आगे की कार्रवाई होगी।

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