निरसा: डेढ़ साल के बच्चे ने फांसी लगा रही मां को बचाया
डेढ़ साल का अमित अभी ठीक से बोल नहीं भी पाता। सही-गलत और जीने मरने की बात उसकी समझ से परे है। बावजूद अपनी मां को फांसी के फंदे से लटका देख बेचैन हो उठा। जोर-जोर से रोता हुआ घर के बाहर निकला और एक...
डेढ़ साल का अमित अभी ठीक से बोल नहीं भी पाता। सही-गलत और जीने मरने की बात उसकी समझ से परे है। बावजूद अपनी मां को फांसी के फंदे से लटका देख बेचैन हो उठा। जोर-जोर से रोता हुआ घर के बाहर निकला और एक ग्रामीण के कपड़े खींचने लगा। बच्चे को रोता देख उसे शक हुआ। वे घर के अंदर गए, जहां महिला फंदे से लटक रही थी।
शोर मचाने पर लोगों ने महिला को उतारा और पीएमसीएच में भर्ती कराया। छोटे से बच्चे के कारण उसकी मां की जान बच गयी। बरबेंदिया निरसा निवासी अर्जुन मल्लिक की पत्नी सोरना मल्लिक ने सोमवार की शाम फांसी लगाकर जान देने की कोशिश की। घटना के समय महिला घर में अपने बच्चे के साथ अकेली थी। पति काम पर गया था। ससुर मदन मल्लिक खेत में थे। ग्रामीण नरेंद्र मल्लिक के अनुसार वे मछली मारकर गांव लौट रहे थे। तभी रोते हुए बच्चे ने लुंगी पकड़ ली और घर की ओर खींचने लगा। वे बच्चे के घर के अंदर गए। बच्चा एक कमरे की ओर इशारा करने लगा। कमरे में देखा, तो महिला फंदे से लटक रही है। ये देख हल्ला किया। तुरंत साथ आ रहे लोग अंदर आए। रस्सी काटकर महिला को उतारा गया। तबतक महिला के ससुर मदन मल्लिक भी आ गए। हालांकि घटना के कारणों पर महिला चुप रही।