सौतेले पिता ने बच्चे को जंगल में बेहोशी की हालत में फेंका
धनबाद के जोड़ापोखर थाना क्षेत्र के जंगल में ग्रामीण महिलाओं ने घायल बच्चे को पाया। जांच में पता चला कि सौतेले पिता ने जान मारने की नीयत से उसे जंगल में फेंक दिया। बच्चे का इलाज टाटा अस्पताल में कराया...
धनबाद, जोड़ापोखर हिटी जोड़ापोखर थाना क्षेत्र के रेलवे कॉलोनी समीप जंगल से घायल अवस्था में एक बच्चा को बरामद किया गया। रविवार की सुबह ग्रामीण महिलाओं ने जंगल में बच्चे को देखा। वह घायल अवस्था में जंगल में रो रहा था। थोड़ी ही देर में वहां भीड़ जुट गई। बाद में जेबीकेकेएस के रामप्रासाद सिंह मौके पर पहुंचे और उन्होंने घटना की सूचना पुलिस व सीडब्लूसी अध्यक्ष उत्तम मुखर्जी को दी। तत्काल बच्चे का इलाज टाटा के अस्पताल में कराया गया। प्राथमिक इलाज के बाद उसे सीडब्ल्यूसी लाया गया। रविवार होने के बाद कार्यालय खोलकर सुनवाई की गई।
सौतेले पिता ने जान मारने की नीयत से फेंका
सीडब्ल्यूसी में बच्चे से पूछताछ और प्रारंभिक जांच में चौंकानेवाली बातें सामने आईं। बच्चा पुरूलिया के कटिन का रहनेवाला है। उसके पिता का नाम स्व. ब्रजकिशोर दुबे है। मां ने आज़ाद अंसारी नामक शख़्स से तीसरी शादी की है। जब उसकी मां से फोन पर संपर्क किया गया तो उसने सीडब्ल्यूसी अध्यक्ष को बताया कि आज़ादी अंसारी ने उसके बेटे को जाने मारने की नीयत से उसके साथ बुरी तरह मारपीट की और घायल अवस्था में जंगल में फेंक दिया। पूरी रात वह जंगल में रहा। पुलिस को पूरे मामले की जांच के आदेश दिए गए। बच्चे को डॉ. प्रेम कुमार, डॉ. मीरा सिन्हा, ममता अरोड़ा के आदेश पर तथा पीएलवी चंदन कुमार , चाइल्ड लाइन की सिम्पी गुप्ता, विशेष दत्तक ग्रहण के नीरज दे के सहयोग से इलाज के लिए एसएनएमएमसीएच में भर्ती कराया गया। यहां के बाद उसे सरायढेला स्थित दत्तक केंद्र भेज दिया गया।