मोहलबनी विद्युत शवदाह गृह के निर्माण कार्य पर उठने लगी है जांच की मांग
मोहलबनी दामोदर नदी किनारे शमशान घाट के समीप स्थित पुराने व बन्द पड़े विद्युत शवदाह गृह के ठीक पीछे धनबाद नगर निगम के सौजन्य से करीब दो करोड़ की...
मोहलबनी दामोदर नदी किनारे शमशान घाट के समीप स्थित पुराने व बन्द पड़े विद्युत शवदाह गृह के ठीक पीछे धनबाद नगर निगम के सौजन्य से करीब दो करोड़ की लागत से एक नया विद्युत शवदाह गृह का निर्माण कराया जा रहा है। लेकिन शवदाह गृह का निर्माण कार्य को देख लोग कहने लगे है कि काम नही लूट है। निर्माण कार्य में घटिया मैटेरियल का इस्तेमाल होने से लोगों में रोष है। यहां के मनोज चौधरी, अशोक महतो आदि ने उपयुक्त धनबाद के साथ नगर निगम के आयुक्त से इसकी जांच कर उचित करवाई की मांग की है। लोगो ने बताया कि संवेदक पास के ही दामोदर नदी का मिट्टी, कोयला के कण युक्त बालू का उपयोग कर रहा है। यहां का बालू 1000 रुपया प्रति ट्रैक्टर खरीदा जाता है। इसके आलावा निर्माण कार्य में बांग्ला भट्टा का ईंट का भी इस्तेमाल हो रहा है। इसी तरह से सरिया और सीमेंट की गुणवत्ता भी निम्न स्तर का है। जिससे इसके गुवतता और टिकाऊपन पर सवालिया निशान लग रहा है।
बताते चले कि विद्युत शवदाह गृह निर्माण के लिए भौरा, मोहलबनि, सुदामडीह के साथ आसपास के लोग काफी दिनों से प्रयासरत थे। कोविड काल में धनबाद उपायुक्त ने निर्माण कराने का निर्णय लिया था। हालंकि संवेदक आरोप को खारिज करते हुए प्राक्लन के अनुसार कार्य होने की बात करते है। लोगों का कहना है कि जांच से ही स्पष्ट हो जाएगा कि कार्य कैसा हो रहा है।