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गोविंदपुर में पौने आठ लाख के साथ साइबर अपराधी गिरफ्तार

गोविंदपुर पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। शुक्रवार को पुलिस ने पौने आठ लाख रुपए नकद के साथ एक साइबर अपराधी को गिरफ्तार किया...

गोविंदपुर में पौने आठ लाख के साथ साइबर अपराधी गिरफ्तार
हिन्दुस्तान टीम,धनबादSat, 04 Jan 2020 02:39 AM
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गोविंदपुर पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। शुक्रवार को पुलिस ने पौने आठ लाख रुपए नकद के साथ एक साइबर अपराधी को गिरफ्तार किया है। गुप्त सूचना पर गोविंदुर इंस्पेक्टर रणधीर कुमार दल-बल के साथ सहराज पंचायत के झिलुआ गांव में दबिश दी, जहां से अजीम अंसारी नामक युवक को गिरफ्तार कर लिया गया। अजीम अंसारी गोविंदपुर थाना क्षेत्र के ही कालाडाबर गांव का रहनेवाला है। पुलिस इसे बड़ी सफलता मान रही है। इससे पूर्व कई साइबर अपराधी गिरफ्तार हुए है, लेकिन इतनी बड़ी रकम बरामद नहीं की गई। फिलहाल साइबर डीएसपी सुमित कुमार लकड़ा मामले की छानबीन कर रहे हैं।

अजीम के बाइक की डिक्की में मिला 7.76 लाख रुपए

गोविंदपुर पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार साइबर अपराधी अजीम को लेकर कई दिनों से इनपुट मिल रहे थे, लेकिन वह अपने घर पर नहीं मिल रहा था। पुलिस लगातार उसके लोकेशन पर नजर रख रखी था। शुक्रवार की सुबह मोबाइल लोकेशन के आधार पर झिलूआ गांव में दबिश दी गई और अजीम उनके जाल में फंस गया। पहले जतो पूछताछ में उसने कुछ नहीं बताया। बाद में ग्रामीणों की मदद से उसकी बाइक बरामद की गई। बाइक की डिक्की खोली गई तो सभी भौचक्क रह गए। डिक्की से सात लाख 76 हजार रुपए बरामद किए गए। हलांकि अजीम बार- बार कह रहा था कि यह उसका निजी रकम है। लेकिन पैसे कहां से आए वह इसकी जानाकरी पुलिस को नहीं दे सका। मामले की जानकारी देते हुए साइबर डीएसपी सुमित कुमार लकड़ा ने बताया कि और अजीम के गिरोह की पड़ताल की जा रही है। उसके पास से बरामद मोबाइल से जानाकरी खंगाली जा रही है।

हेलपलाइन नंबर में अपना नंबर डाल उड़ाते थे ग्राहकों के पैसे

पुलिस को प्रारंभिक जांच में पता चला कि मनी ट्रांसफर एप की फर्जी बेवसाइट बनाकर अजीम और उसके गिरोह लोगों से पैसे ऐंठता था। अपराधी मनी ट्रांसफर एप की फर्जी बेवसाइट बनाकर उसके कॉल सेंटर के हेल्पलाइन नंबर में अपना नंबर डाल देते थे। कोई ग्राहक एप से संबंधित शिकायत हेल्पलाइन नंबर पर करता था तो वह नंबर साइबर अपराधियों को लगता था और अजीम व उसका गिरोह उसे अपने चंगुल में फंसा कर मदद करने की बजाए उसके अकाउंट से पैसे की निकासी कर लेता था।

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