शहर में चार साल से बनकर तैयार 31 जलमीनारों को हैंडओवर लेने की योजना ठंडे बस्ते में चली गई है। लगभग एक माह पहले नगर आयुक्त ने निगम के इंजीनियर को जांच का जिम्मा दिया था, लेकिन आजतक जांच रिपोर्ट पर कोई कार्रवाई नहीं।
शहरी जलापूर्ति योजना के तहत शहर में 31 जगहों पर जलमीनार तैयार की गई है। भूली की जालान कॉलोनी को छोड़कर बाकी जलमीनार बन गई हैं। 2016 में ही यह योजना हैंडओवर करनी थी। लेकिन आजतक यह पूरी नहीं हो पाई। जामाडोबा से पानी लाकर शहर की प्यास बुझानी थी। लेकिन इस योजना से शहर के लोगों को आजतक पानी नहीं मिल पाया। लगभग 375 करोड़ की इस योजना से 5-7 लाख की आबादी को पानी मिलना था लेकिन यह नहीं हो पाया। भूली, कतरास, बिग बाजार, दामोदरपुर, नावाडीह समेत कई इलाकों में इन जलमीनार से पानी मिलना है।