धनबाद मुख्य संवाददाता
अनुबंध पर कार्यरत सहायक प्राध्यापकों के रांची में सत्याग्रह आंदोलन में शामिल होने के कारण बीबीएमकेयू के कॉलेजों में डिग्री के छात्र-छात्राओं की ऑनलाइन पढ़ाई पर असर पड़ा है। बीबीएमकेयू के कॉलेजों में कार्यरत संविदा शिक्षकों का दावा है कि ऑनलाइन व ऑफलाइन सभी तरह की पढ़ाई प्रभावित है। विशेषकर सेमेस्टर वन की पढ़ाई पर आंदोलन से अधिक प्रभाव पड़ा है। वहीं सेमेस्टर फोर की परीक्षा स्थायी शिक्षकों के भरोसे चल रही है। बीबीएमकेयू के धनबाद-बोकारो में 82 शिक्षक अनुबंध पर कार्यरत हैं।
बताते चलें कि 31 मार्च 2021 को इन शिक्षकों का पैनल खत्म हो रहा है। बीबीएमकेयू में संविदा शिक्षकों के लिए वैकेंसी जारी कर दी गई है। इसका विरोध हो रहा है। रांची में राजभवन के सामने गुरुवार आठवें दिन भी सत्याग्रह आंदोलन चला। बीबीएमकेयू के सभी घंटी आधारित शिक्षक भी आंदोलन में शामिल हैं। बीबीएमकेयू के डॉ राजेंद्र प्रसाद ने कहा कि नए स्तर से पैनल तैयार करने का आदेश देकर सरकार ने कल्याणकारी भूमिका नहीं निभाई है। निश्चित मानदेय के साथ ही 65 आयु वर्ष तक की सेवा का विस्तार किया जाए। झारखंड सहायक प्राध्यापक अनुबंध संघ के प्रदेश सचिव डॉ प्रभाकर कुमार ने कहा कि वर्तमान सरकार ने पिछले वर्ष प्रतिपक्ष में रहते हुए हम सभी शिक्षकों से वादा किया था। हमारी सरकार बनने पर अनुबंध कर्मियों को सम्मान की जिंदगी मिलेगी। समान कार्य के लिए समान वेतन दिया जाएगा, परंतु आज तीन वर्षों तक सेवा लेने के बाद 31 मार्च के बाद हमारी सेवा को ही समाप्त कर रही है। निश्चित वेतन के साथ 65 वर्ष तक सेवा विस्तार की मांग की है।