डिगवाडीह गुरुद्वारा में आयोजित चार दिवसीय पाठ का हुआ समापन
गुरु गोविंद सिंह के साहिबजादों बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह के शहीदी दिवस पर डिगवाडीह गुरुद्वारा में चार दिन से चल रहा पाठ शनिवार को संपन्न हुआ। सिख समुदाय ने साहिबजादों की शहादत को याद किया और...

जोड़ापोखर, प्रतिनिधि। गुरु गोविंद सिंह के साहिबजादे बाबा जोरावर सिंह एवं बाबा फतेह सिंह के शहीदी दिवस पर चार दिन से डिगवाडीह गुरुद्वारा में चल रहा पाठ शनिवार को संपन्न हो गया। डिगवाडीह गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की ओर से 22 दिसम्बर से स्त्री संगत से पाठ कराया जा रहा था। इस मौके पर गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष रंजीत सिंह उर्फ टिंकू सिंह ने बताया कि सिख समुदाय के लोग सभी गुरुद्वारा में साहिबजादों के याद में कार्यक्रम करते हैं। सिख धर्म के इतिहास में ऐसी कई घटनाएं हैं। जो त्याग और बलिदान की मिसाल पेश करती हैं। ऐसी ही एक घटना 1705 की है। जब गुरु गोविंद सिंह जी के दो मासूम साहिबजादे बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह अपनी अडिग आस्था और धर्म के प्रति निष्ठा के लिए शहीद हो गए। उनकी इस शहादत की याद में 26 दिसंबर को बाल वीर दिवस मनाया जाता है। सात दिसंबर 1705 को जब गुरु गोबिंद सिंह जी चामकौर की लड़ाई में व्यस्त थे। उसी दिन साहिबजादों और माता गुजरी को सरहिंद के अधिकारियों ने पकड़ लिया था। उन्हें सरहिंद ले जाकर ठंडे बुर्ज में रखा गया था । जहां कड़कड़ाती सर्दी ने उनके धैर्य और विश्वास की परीक्षा ली। नौ दिसंबर को फौजदार नवाब वजीर खान ने साहिबजादों को इस्लाम कबूल के बदले धन और सत्ता का लालच दिया। लेकिन साहिबजादों ने अपने धर्म पर अडिग रहते हुए इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया था पाठ के बाद पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर दो मिनट का मौन और दो मिनट का वाहे गुरु का जाप किया गया। इस मौके पर सैकड़ो सिख समुदाय के लोगो के थे। डिगवाडीह गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के जसदीप सिंह, बलविन्दर कौर, रजनी कौर, कमलजीत कौर, जागीर कौर, हरजीत सिंह, हरजिंदर सिंह आदि थे।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।