Coal Sector Bonus Expected for Durga Puja History and Current Trends कोल इंडिया : सवा रुपए की बख्शीश से शुरुआत, अब बोनस का बजट डेढ़ हजार करोड़ रुपए, Dhanbad Hindi News - Hindustan
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कोल इंडिया : सवा रुपए की बख्शीश से शुरुआत, अब बोनस का बजट डेढ़ हजार करोड़ रुपए

धनबाद में निजी खान मालिकों द्वारा कोयला मजदूरों को दुर्गापूजा पर बख्शीश देने की परंपरा अब बोनस के रूप में बदल गई है। पिछले 15 सालों में बोनस में वृद्धि हुई है। 2024 में कोयला कर्मियों को 93,750 रुपए...

Newswrap हिन्दुस्तान, धनबादWed, 17 Sep 2025 05:56 AM
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कोल इंडिया : सवा रुपए की बख्शीश से शुरुआत, अब बोनस का बजट डेढ़ हजार करोड़ रुपए

धनबाद, मुकेश सिंह निजी खान मालिकों ने कोयला मजदूरों के लिए दुर्गापूजा पर मिठाई के डिब्बे के साथ सवा रुपए की बख्शीश की जो परंपरा शुरू की थी, वही आज बोनस (प्रॉफिट लिंक्ड रिवार्ड) है। बोनस का कोल सेक्टर में खासा आकर्षण है। बोनस का बजट लगभग डेढ़ हजार करोड़ है। दुर्गापूजा पर कोयलांचल में बोनस भुगतान का इंतजार किया जाता है। महीने भर से कयास का दौर शुरू है। कितना मिलेगा, कब तक भुगतान होगा आदि। इंटक नेता एके झा कहते हैं कि निजी मालिकों के दौर में कोलियरियों में काम करने के लिए मजदूर नहीं मिलते थे। खनन को खतरनाक माना जाता था।

हादसे भी बहुत होते थे। दुर्गापूजा में मजदूर भाग नहीं जाएं, इसलिए पूजा के ठीक पहले बख्शीश दी जाती थी। बख्शीश के लिए मजदूर रुक जाते थे। यही बख्शीश राष्ट्रीयकरण के बाद बोनस के रूप में भुगतान किया जाने लगा। जब कोयला खदानों का राष्ट्रीयकरण किया तो बोनस का आकर्षण बढ़ने लगा। हर साल बोनस में वृद्धि होने लगी। पिछले 15 साल के आंकड़े पर गौर करें तो 2011 में 21,000 रुपए बोनस कोयला कर्मियों को मिली थी तो जो 2024 में बढ़कर 93,750 रुपए हो गई। 22 सितंबर को दिल्ली में कोल इंडिया मानकीकरण समिति की बैठक में बोनस पर निर्णय होना है। कोयलाकर्मी 22 सितंबर का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। ........ ठेका मजदूरों को लेकर दबाव में यूनियनें कोल कंपनियों में विभागीय मजदूरों की संख्या लगातार घट रही है और ठेका मजदूरों की संख्या बढ़ रही है। विभागीय मजदूरों की तरह ठेका मजदूरों को बोनस का भुगतान नहीं किया जाता है। ठेका मजदूरों को लेकर ट्रेड यूनियनों पर दबाव है। कोयला क्षेत्र में लगातार ठेका मजदूरों की संख्या बढ़ रही है। आउटसोर्सिंग कंपनियों के साथ-साथ कोल कंपनियों में भी ठेके पर काफी कर्मी हैं। पूजा में विभागीय कर्मियों को बोनस मिलने से बल्ले-बल्ले रहती है। वहीं ठेका मजदूर मायूस रहते हैं। ....... कोल इंडिया में कब कितना बोनस 2011 - 21,000 2012 - 26,000 2013 - 31,500 2014 - 40,000 2015 - 48,500 2016 - 54,000 2017 - 57,000 2018 - 60.500 2019 - 64,700 2020 - 68,500 2021 - 72,500 2022 - 76,500 2023 - 85,500 2024- 93,750 (राशि रुपए में)

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