राज्य सरकार ने अब तक कोचिंग संचालन की अनुमति संबंधित संस्थानों को नहीं दी है। तीन महीने से बंद कोचिंग संस्थान के शिक्षक अब निराश हो चले हैं। कोचिंग संस्थानों के शिक्षकों ने शांतिपूर्ण ढंग से आंदोलन की घोषणा कर दी है। प्रथम चरण में जिले के कोचिंग संस्थान धनबाद जिला कोचिंग एसो. के बैनर तले मंगलवार को सब्जी का ठेला लगाकर अपना विरोध जताएंगे। एसो. ने जनप्रतिनिधियों से समर्थन मांगा है।
सोमवार को पत्रकार वार्ता में धनबाद जिला कोचिंग एसो. के विद्या मंदिर के निदेशक मनोज कुमार, विकास तिवारी व रवींद्र विश्वकर्मा ने कहा कि देशव्यापी लॉकडाउन के कारण आज हमलोग भुखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं। जब जब शराब, कपड़े, जूते, इलेक्ट्रॉनिक्स समेत अन्य प्रतिष्ठान खुल सकते हैं तो कोचिंग संस्थान क्यों नहीं। क्या हमें जीने का अधिकार नहीं है? आर्थिक स्थिति दायनीय हो चुकी है। तीन महीने से कोचिंग बंद है। एक हजार कोचिंग में पढ़ाने वाले लगभग पांच हजार शिक्षक बेरोजगार हो चुके हैं। मकान किराया का बकाया बढ़ते जा रहा है। ईएमआई भी देना है। हमलोगों ने पहले मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री से लेकर जिला प्रशासन को अवगत कराया था। उम्मीद थी कि हमलोगों की बात सुनी जाएगी। हमलोगों को कोचिंग खोलने की इजाजत नहीं मिली। मंगलवार को विधायक राज सिन्हा ने आंदोलन में शामिल होने की सहमति दी है। मौके पर रंजीत कुमार, सचिन कुमार, मुकेश कुमार मौजूद थे।