स्तन कैंसर के खतरे को कम करता है स्तनपान
विश्व स्तनपान सप्ताह के अवसर पर स्वयंसेवी संस्था लाडो रानी ने रविवार को साधना हॉस्पिटल में जागरुकता कार्यक्रम आयोजित...
धनबाद, प्रमुख संवाददाता
विश्व स्तनपान सप्ताह के अवसर पर स्वयंसेवी संस्था लाडो रानी ने रविवार को साधना हॉस्पिटल में जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किया। इसमें शामिल महिलाओं को डॉक्टरों ने मां के दूध के महत्व की जानकारी दी। कहा कि यह दूध बच्चों के लिए अमृत की तरह होता है। इससे बच्चों को सभी पोषक तत्व मिलता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है। स्तनपान महिलाओं में स्तन कैंसर के खतरे को भी कम करता है।
कार्यक्रम में डॉ. साधना ने वहां मौजूद महिलाओं को मां के दूध के महत्व की विस्तार से जानकारी दी। कहा कि पूरे विश्व में 20 स्तनपान सप्ताह मनाया जाता है। शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. जितेश रंजन, डॉ. तूहीना शर्मा और डॉ. रामानुज ने कहा कि मां के दूध को बच्चों के लिए संपूर्ण आहार माना जाता है। बच्चों के पूर्ण शारीरिक और मानसिक विकास के लिए जरूरी है कि जन्म के छह महीने तक उन्हें सिर्फ उनकी मां का दूध पिलाया जाएगा। यह भी कहा कि बच्चों को स्तनपान नहीं कराने वाली महिलाओं को स्तन कैंसर का खतरा स्तनपान करनेवाली महिलाओं की तुलना में अधिक होता है। महिलाओं को स्तनपान का तरीका भी बताया गया। महिलाओं के एक सवाल के जवाब में डॉक्टरों ने कहा कि मां की तबीयत खराब होने की स्थिति में भी स्तनपान कराना बंद नहीं करना चाहिए। दूध पिलाने के बाद बच्चे को डकार निकलवाना चाहिए।
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