बीसीसीएल का सेंट्रल अस्पताल कोविड-19 हॉस्पिटल बना
बीबसीएल के सेंट्रल अस्पताल को कोविड-19 हॉस्पिटल में तब्दील कर दिया गया है। कोरोना संक्रमण के संकट को देखते जिला प्रशासन और बीसीसीएल प्रबंधन इस अस्पताल में 100 बेड का आइसोलेशन शुरू करने की तैयारी में...
बीबसीएल के सेंट्रल अस्पताल को कोविड-19 हॉस्पिटल में तब्दील कर दिया गया है। कोरोना संक्रमण के संकट को देखते जिला प्रशासन और बीसीसीएल प्रबंधन इस अस्पताल में 100 बेड का आइसोलेशन शुरू करने की तैयारी में लगा है। इसके लिए डॉक्टर समेत अन्य संसाधनों का इंतजाम किया जा रहा है। रविवार को डीसी अमित कुमार, सिविल सर्जन डॉ गोपाल दास के साथ सेंट्रल हॉस्पिटल का जायजा लिया और इसे कोविड-19 अस्पताल बनाने का निर्णय लिया गया। सिविल सर्जन ने बताया कि डीसी के निर्देश पर सेंट्रल हॉस्पिटल को कोविड-19 हॉस्पिटल में तब्दील किया गया है। वहां कोरोना संक्रमित मरीजों को रखने और इलाज की सारी व्यवस्था की जाएगी। इसकी तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। सेंट्रल हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने इसके लिए 20 डॉक्टर, चिकित्सीय कर्मचारी व अन्य संसाधनों की मांग की है। इसकी व्यवस्था की जा रही है।
सेवानिवृत्त और प्राइवेट डॉक्टरों की ली जाएगी सेवा
कोरोना संकट को देखते हुए जिला में सेवानिवृत्त और प्राइवेट डॉक्टरों की भी सेवा ली जाएगी। स्वास्थ्य विभाग इसके लिए डॉक्टरों की सूची तैयार करने में लगा है। अबतक 453 डॉक्टरों की सूची बनाई गई है। इसमें स्वास्थ्य विभाग के 53 डॉक्टर शामिल हैं। शेष डॉक्टर प्राइवेट हैं। पीएमसीएच के डॉक्टरों को इस सूची में शामिल नहीं किया गया है। इसके अलावा बीसीसीएल, रेलवे, डीवीसी, एमपीएल, सीसीएल, ईएसआई समेत जिला में संचालित सभी सरकारी, अर्द्ध सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों के डॉक्टरों की सूची तैयार की जा रही है।
डीएमफटी की सूची खंगाल रहा विभाग
डॉक्टरों और चिकित्सा कर्मचारियों की कमी दूर करने के लिए जिला प्रशासन डीएमएफटी की उस सूची को खंगाल रहा है, जिसके आधार पर सदर के लिए चिकित्सकों और कर्मचारियों की नियुक्ति की गई थी। जिला चिकित्सकों और कर्मचारियों को सदर में नौकरी नहीं मिल पाई थी, उन्हें कोरोना को लेकर अस्थायी तौर पर काम के लिए रखा जा सकता है।
बेड से लेकर वेंटिलेटर तक का इंतजाम
कोरोना से जारी जंग में अस्पतालों, क्वारंटाइन और आइसोलेशन के लिए बेड से वेंटिलेटर तक का इंतजाम किया जा रहा है। सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्था के तहत जिला में अभी तक मात्र चार वेंटिलेटर पीएमसीएच के पास है। अर्द्ध सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों को लेकर 30 वेंटिलेटर की सूची बनाई गई है। जरूरत पड़ने पर स्वास्थ्य विभाग प्राइवेट और अर्द्ध सरकारी वेंटिलेटर का इस्तेमाल कोरोना संक्रमित मरीजों को बचाने के लिए करेगा।