गिरिडीह में फीस बढ़ाने पर रोक, धनबाद में साक्ष्य का इंतजार
पब्लिक स्कूलों में मनमाने ढंग से फीस बढ़ाने पर धनबाद में शिक्षा विभाग सुस्त है जबकि पड़ोसी जिले में फीस वृद्धि पर रोक लगा दी गई। मामले में धनबाद डीएसई का कहना है कि पहले स्कूलों से पहले शोकॉज किया...
पब्लिक स्कूलों में मनमाने ढंग से फीस बढ़ाने पर धनबाद में शिक्षा विभाग सुस्त है जबकि पड़ोसी जिले में फीस वृद्धि पर रोक लगा दी गई। मामले में धनबाद डीएसई का कहना है कि पहले स्कूलों से पहले शोकॉज किया जाएगा। इसके बाद साक्ष्य मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
धनबाद डीएसई इंद्रभूषण सिंह ने कहा कि कार्मेल व डिनोबिली स्कूल के बारे में महासंघ ने फीस बढ़ोतरी की शिकायत की है। दोनों स्कूल को शोकॉज पूछा जा रहा है। स्कूल प्रबंधन से यह पूछा जाएगा कि क्या सत्र 2019-20 में एडमिशन फीस व मासिक शुल्क में बढ़ोतरी की गई थी? अगर की गई तो इस बार क्यों की गई? अगर नहीं की गई तो उसका साक्ष्य दें। दो साल तक फीस नहीं बढ़ा सकते हैं। स्कूल को झारखंड शिक्षा न्यायाधिकरण संशोधन अधिनियम का पालन करना होगा। नियम कोई नहीं तोड़ सकता है। स्पष्टीकरण का जवाब आने के बाद डीसी की अध्यक्षता में गठित फीस कमेटी के समक्ष मामले को रखा जाएगा।
इधर, शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के आदेश के बाद गिरिडीह के डीएसई ने सीसीएल डीएवी को फिर से पत्र लिखकर बढ़ी फीस वृद्धि पर रोक लगाने समेत पत्र प्राप्ति के तीन दिन में साक्ष्य सहित स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया। मंत्री के फीस बढ़ोतरी को गंभीरता से लेने के बाद दूसरे निजी स्कूलों में भी हड़कंप है। बता दें कि सीसीएल डीएवी में फीस वृद्धि को लेकर गिरिडीह में अभिभावकों ने गुरुवार को शिक्षा मंत्री से शिकायत की थी। इसको लेकर मंत्री ने डीएसई को सख्त निर्देश दिए।