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स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार में पानी व शौचालय के 50 अंक

मुख्यमंत्री स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार के लिए स्कूलों को पानी व शौचालय में 50 अंक मिलेंगे। साबुन से हाथ धोने की गतिविधियों पर 20 अंक रखे गए...

स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार में पानी व शौचालय के 50 अंक
हिन्दुस्तान टीम,धनबादWed, 11 Sep 2019 02:15 AM
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मुख्यमंत्री स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार के लिए स्कूलों को पानी व शौचालय में 50 अंक मिलेंगे। साबुन से हाथ धोने की गतिविधियों पर 20 अंक रखे गए हैं। यानी कि स्कूलों की रेटिंग में पानी (22), शौचालय (28) व साबुन से हाथ होने की गतिविधियों के अंकों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। सौ अंकों में स्कूल रख-रखाव, संचालन में 15 व व्यवहार परिवर्तन में 15 अंक निर्धारित है। स्कूलों को मिले प्वाइंट के आधार पर वन से फाइव स्टार के बीच रेटिंग दी जाएगी। इसी आधार पर मुख्यमंत्री स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार के लिए स्कूलों का चयन किया जाएगा।

जिलास्तर पर बंटेंगे 2.23 करोड़ रुपए के पुरस्कार

स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग ने मुख्यमंत्री स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार के लिए मापदंड की घोषणा कर दी है। योजना के तहत ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र के सभी सरकारी, सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालय तथा निजी स्कूल पुरस्कार के लिए आवेदन कर सकते हैं। राज्यस्तर पर 119 स्कूलों का चयन किया जाएगा। जिलास्तर पर 2.28 करोड़ व राज्यस्तर पर 1.90 करोड़ रुपए के पुरस्कार बंटेंगे। स्कूलों को एसवीएसबी मोबाइल एप को डाउनलोड करते हुए स्कूल के यू डायस कोड से रजिस्टर्ड करना होगा। वेबसाइट व मोबाइल एप स्कूलों की आवश्यकतानुसार तैयार किया गया है। स्कूलों को पूछे गए प्रश्नों का सही-सही सूचना उपलब्ध कराना होगा। ऑनलाइन आवेदन के तहत पांच कैटेगरी में उत्तर देना है।

प्रखंडों से एक-एक स्कूलों का होगा चयन

वन स्टार (35 फीसदी से नीचे) स्कूल को खराब व सुधार की जरूरत, टू स्टार (35 से 50 फीसदी) को ठीक है व सुधार की आवश्यकता, थ्री स्टार (51 से 74 फीसदी) अच्छा है सुधार की गुंजाइश, फोर स्टार (75 से 89) बहुत अच्छा, फाइव स्टार (90 से 100) उत्कृष्ट का दर्जा दिया जाएगा। प्रखंडों से एक-एक स्कूल का चयन बीडीओ की अध्यक्षता में गठित कमेटी तथा जिलास्तरीय पुरस्कार के लिए डीसी या नामित प्रतिनिधि की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया गया है। न्यूनतम थ्री स्टार प्रखंडस्तरीय पुरस्कार व जिलास्तरीय पुरस्कार के लिए फोर स्टार स्कूल भाग लेंगे। राज्यस्तरीय पुरस्कार के लिए फाइव स्टार स्कूल ही आवेदन कर पाएंगे। स्कूलों की जांच गठित टीम करेगी।

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