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पांच रेल डॉक्टर व एक अधिकारी सहित 32 क्‍वारंटाइन पर

रेलकर्मी के कोरोना संक्रमित होने के बाद डीआरएम ऑफिस और रेलवे अस्पताल से लेकर डीएस कॉलोनी तक हड़कंप मच गया है। रविवार को रेलवे की तरफ से कोरोना पाए गए कर्मचारी से संपर्क में आए करीब 32 लोगों की पहली...

रेलकर्मी के कोरोना संक्रमित होने के बाद डीआरएम ऑफिस और रेलवे अस्पताल से लेकर डीएस कॉलोनी तक हड़कंप मच गया है। रविवार को रेलवे की तरफ से कोरोना पाए गए कर्मचारी से संपर्क में आए करीब 32 लोगों की पहली...
1/ 2रेलकर्मी के कोरोना संक्रमित होने के बाद डीआरएम ऑफिस और रेलवे अस्पताल से लेकर डीएस कॉलोनी तक हड़कंप मच गया है। रविवार को रेलवे की तरफ से कोरोना पाए गए कर्मचारी से संपर्क में आए करीब 32 लोगों की पहली...
रेलकर्मी के कोरोना संक्रमित होने के बाद डीआरएम ऑफिस और रेलवे अस्पताल से लेकर डीएस कॉलोनी तक हड़कंप मच गया है। रविवार को रेलवे की तरफ से कोरोना पाए गए कर्मचारी से संपर्क में आए करीब 32 लोगों की पहली...
2/ 2रेलकर्मी के कोरोना संक्रमित होने के बाद डीआरएम ऑफिस और रेलवे अस्पताल से लेकर डीएस कॉलोनी तक हड़कंप मच गया है। रविवार को रेलवे की तरफ से कोरोना पाए गए कर्मचारी से संपर्क में आए करीब 32 लोगों की पहली...
हिन्दुस्तान टीम,धनबादMon, 20 Apr 2020 03:00 AM
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रेलकर्मी के कोरोना संक्रमित होने के बाद डीआरएम ऑफिस और रेलवे अस्पताल से लेकर डीएस कॉलोनी तक हड़कंप मच गया है। रविवार को रेलवे की तरफ से कोरोना पाए गए कर्मचारी से संपर्क में आए करीब 32 लोगों की पहली सूची तैयार की गई। सूची में रेलवे के पांच डॉक्टरों और इंजीनियर विभाग के एक अधिकारी सहित रेलवे हॉस्पिटल के कर्मचारी व डीआरएम ऑफिस के कर्मचारी शामिल हैं।

रेलवे ने यह सूची जिला प्रशासन को सौंप दी है। सूची के आधार पर पहले दिन करीब 10 लोगों ने पीएमसीएच जाकर अपने स्वाब का सैंपल दिया। स्वाब देनेवालों में रेलवे के तीन डॉक्टर भी शामिल थे। बारी-बारी से सभी चिन्हित लोगों की कोरोना जांच की जाएगी। मरीज के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद सबसे ज्यादा रेलवे अस्पताल के लोग चिंतित हैं। अस्पताल में 15 से 18 अप्रैल के बीच पांच डॉक्टर उसके संपर्क में आए थे। इसके अलावा दो नर्स और दो आया और दो सफाई कर्मी भी आइसोलेशन वार्ड में मरीज के आसपास गए थे। रेलवे अस्पताल से संक्रमित कर्मचारी को एक एंबुलेंस चालक ने पीएमसीएच पहुंचाया था और वापस उसे लेकर रेलवे अस्पताल आया था। इन सभी लोगों को क्वारंटाइन किया गया है। इसके अलावा क्वारंटाइन रहने वालों में डीआरएम कार्यालय के ड्राइंग सेक्शन और स्टीमेट सेक्शन के कर्मचारी शामिल हैं। इंजीनियरिंग विभाग के एक बड़े अधिकारी भी क्वारंटाइन पर चले गए हैं। इन लोगों से अगले 14 दिनों तक रेलवे काम नहीं लेगा। जांच रिपोर्ट आने के बाद भी यह सभी लोग क्वारंटाइन पर एकांतवास में रहेंगे।

रेलवे अस्पताल में तीन दिनों से सिसक रहा था संक्रमित कर्मचारी

संक्रमित पाया गया रेल कर्मचारी कोरोना टेस्ट के लिए सैंपल देने के बाद से ही काफी चिंतित था। वह तीन दिनों तक रेलवे अस्पताल केआइसोलेशन वार्ड में अकेले सिसक रहा था। उसका हौंसला बढ़ाने के लिए डॉक्टरों की टीम उसके पास गई थी। बताया जा रहा है इस संक्रमित रेल कर्मचारी को 15 अप्रैल की सुबह बुखार था। लेकिन दवाई चलने के बाद से उसे 19 अप्रैल की सुबह तक एक बार भी बुखार नहीं आया। सिर्फ सूखी खांसी से वह पीड़ित था। रेलवे अस्पताल में सामान्य एंटीबायोटिक से उसका इलाज चल रहा था। पहले दिन उसका एक्स-रे करने की भी तैयारी थी लेकिन बिजली नहीं रहने के कारण एक्स-रे टल गया। वरना एक्स-रे विभाग के कर्मी को भी क्वारंटाइन पर जाना पड़ता।

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