घोरमारा में मिलावटी पेड़ा की बिक्री, जांच के नाम पर खाना पूर्ति
देवघर-दुमका सड़क पर श्रावणी मेला के दौरान घोरमारा पेड़ा बजार में मिलावटी पेड़ा की बिक्री बढ़ रही है। विभाग की जांच सीमित दुकानों तक ही रह गई है। बाहरी खोवा और अन्य मिलावटी पदार्थों का उपयोग हो रहा है।...
देवघर। विश्वप्रसिद्ध श्रावणी मेला में देवघर-दुमका सड़क घोरमारा पेड़ा बजार में इल दिनों मिलावटी पेड़ा की बिक्री काफी तेजी से हो रही है। वहीं पेड़ा की जांच के नाम पर विभाग सिर्फ खाना पूर्ति कर रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार घोरमार में मेला के दौरान 500 से ज्यादा दुकानों में पेड़ा बेची जा रही है। लेकिन विभाग मात्र 20-25 दुकानों में बेचे जाने वाले पेड़ा की जांच व सैंपलिंग किया है। सूत्रों ने यह भी बताया कि दुकानदार खुलेआम कम रेट में पेड़ा बेच रहे हैं। वहीं शुद्ध खोवा से बने पेड़ा के बारे में बताया जा रहा है। अधिकांश दुकानों में मिलावटी पेड़ा कि बिक्री किया जा रहा है। जिसमें तेलीय पदार्थ के अलावे आरारोट व सिनथेटिक बरफी शामिल किया जा रहा है।
10-15 टन रोज बाहरी खोवा : मिली जानकारी के अनुसार रोज 10-15 टन बाहरी खोवा घोरमारा में खपाया जा रहा है। जो बंगाल के अलावे मिर्जापुर, बनारस, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश से मंगवाया जाता है। जिसमें फैल के अलावे अन्य कई पदार्थ मिलावटी होता है। जिसे दुकानदार सस्ते दर पर खरीदकर उचें दामों में पेड़ा बेजा जाता है।
क्या कहते हैं फूड इंसपेक्टर :-
इस मामले में फूड इंसपेक्टर संजय कुमार ने बताया कि 15 दिनों में तीन दिन घोरमारा के पेड़ा दुकानों में बिकने वाले पेड़े की जांच किया गया है। जिसमें 10-15 दुकानों का सैंपल लिया गया है। कुछ सैंपल में मिलावटी पदार्थ पाया गया है। जिसको लेकर दुकानदार से जुर्माना वसुला गया है। शेष बचे समय में लगातार जांच किया जाएगा । मिलावटी समान बेचने वाले दुकानदारों पर कार्रवाई निशिचित होगी ।
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