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देवघर : बाबा वैद्यनाथ-माता पार्वती मंदिर के शिखर से उतरा पंचशूल

पंचशूल उतरने के बाद बाबा वैद्यनाथ व माता पार्वती का गठबंधन नहीं कर सके श्रद्धालु पंचशूल उतरने के बाद बाबा वैद्यनाथ व माता पार्वती का गठबंधन नहीं कर सके श्रद्धालु अन्य 20 मंदिरों के शिखर से पहले उतर...

पंचशूल उतरने के बाद बाबा वैद्यनाथ व माता पार्वती का गठबंधन नहीं कर सके श्रद्धालु पंचशूल उतरने के बाद बाबा वैद्यनाथ व माता पार्वती का गठबंधन नहीं कर सके श्रद्धालु
अन्य 20 मंदिरों के शिखर से पहले उतर...
1/ 5पंचशूल उतरने के बाद बाबा वैद्यनाथ व माता पार्वती का गठबंधन नहीं कर सके श्रद्धालु पंचशूल उतरने के बाद बाबा वैद्यनाथ व माता पार्वती का गठबंधन नहीं कर सके श्रद्धालु अन्य 20 मंदिरों के शिखर से पहले उतर...
पंचशूल उतरने के बाद बाबा वैद्यनाथ व माता पार्वती का गठबंधन नहीं कर सके श्रद्धालु पंचशूल उतरने के बाद बाबा वैद्यनाथ व माता पार्वती का गठबंधन नहीं कर सके श्रद्धालु
अन्य 20 मंदिरों के शिखर से पहले उतर...
2/ 5पंचशूल उतरने के बाद बाबा वैद्यनाथ व माता पार्वती का गठबंधन नहीं कर सके श्रद्धालु पंचशूल उतरने के बाद बाबा वैद्यनाथ व माता पार्वती का गठबंधन नहीं कर सके श्रद्धालु अन्य 20 मंदिरों के शिखर से पहले उतर...
पंचशूल उतरने के बाद बाबा वैद्यनाथ व माता पार्वती का गठबंधन नहीं कर सके श्रद्धालु पंचशूल उतरने के बाद बाबा वैद्यनाथ व माता पार्वती का गठबंधन नहीं कर सके श्रद्धालु
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पंचशूल उतरने के बाद बाबा वैद्यनाथ व माता पार्वती का गठबंधन नहीं कर सके श्रद्धालु पंचशूल उतरने के बाद बाबा वैद्यनाथ व माता पार्वती का गठबंधन नहीं कर सके श्रद्धालु
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पंचशूल उतरने के बाद बाबा वैद्यनाथ व माता पार्वती का गठबंधन नहीं कर सके श्रद्धालु पंचशूल उतरने के बाद बाबा वैद्यनाथ व माता पार्वती का गठबंधन नहीं कर सके श्रद्धालु
अन्य 20 मंदिरों के शिखर से पहले उतर...
5/ 5पंचशूल उतरने के बाद बाबा वैद्यनाथ व माता पार्वती का गठबंधन नहीं कर सके श्रद्धालु पंचशूल उतरने के बाद बाबा वैद्यनाथ व माता पार्वती का गठबंधन नहीं कर सके श्रद्धालु अन्य 20 मंदिरों के शिखर से पहले उतर...
हिन्दुस्तान टीम,देवघरThu, 20 Feb 2020 02:59 AM
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फाल्गुन मास कृष्ण पक्ष एकादशी तिथि के अवसर पर बुधवार को महाशिवरात्रि-2020 को लेकर परंपरानुसार बाबा वैद्यनाथ व माता पार्वती मंदिर के शिखर पर लगे पवित्र पंचशूलों को उतारा गया। अपराह्न बेला में उतारे जाने वाले पंचशूल के स्पर्श के लिए बाबा वैद्यनाथ मंदिर प्रांगण में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। डीसी नैंसी सहाय, एसपी नंरेद्र कुमार सिंह, बाबा मंदिर प्रभारी सह एसडीओ विशाल सागर की निगरानी में पर्याप्त सुरक्षा-व्यवस्था के बीच विधिवत दोनों मंदिरों के शिखरों से पंचशूलों को उतारा गया।

महाशिवरात्रि को लेकर बाबा मंदिर प्रांगण स्थित अन्य 20 मंदिरों के शिखरों पर लगे पंचशूलों को पूर्व में ही उतार लिया गया है। सबों की साफ-सफाई व मरम्मत के बाद गुरुवार को सामूहिक पूजा के उपरांत बाबा वैद्यनाथ-माता पार्वती सहित अन्य सभी मंदिरों के शिखरों पर पंचशूलों करे पुन: स्थापित कर दिया जाएगा। बताते चलें महाशिवरात्रि के दो दिन पहले एकादशी तिथि पर साल में एक बार बाबा वैद्यनाथ और पार्वती मंदिर के शीर्ष पर लगे पंचशूलों को विधिवत उतारा जाता है। इस अलौकिक क्षण के गवाह बनने के लिए हजारों भक्तों की भीड़ मंदिर परिसर में उमड़ पड़ती है। पंचशूल उतारे जाने के बाद महाशिवरात्रि से पूर्व कोई भी भक्त दोनों मंदिरों के बीच गठबंधन नहीं कर सकते हैं। माता पार्वती और बाबा वैद्यनाथ मंदिर के शिखरों पर लगे दोनों पंचशूलों को एक साथ उतारने के बाद दोनों को एक जगह मिलाकर साथ रखा जाता है। यह अलौकिक दृश्य व परंपरा द्वादश ज्योतिर्लिंगों में सिर्फ वैद्यनाथधाम में ही देखने को मिलता है। हर किसी की इच्छा होती है कि एक बार पंचशूलों का दर्शन व स्पर्श करें।

महाशिवरात्रि को लेकर विशेष इंतजाम

बाबा मंदिर प्रशासनिक भवन में पत्रकारों को जानकारी देते हुए डीसी नैंसी ने कहा कि महाशिवरात्रि को लेकर बाबा वैद्यनाथ मंदिर, शिवगंगा, बाबा मंदिर के आसपास के क्षेत्रों के अलावे शिव बारात रुट लाइन में श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। साथ ही बाबा मंदिर प्रांगण के सभी 22 मंदिरों में अग्निशामक यंत्र भी लगाने का कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा। महाशिवरात्रि को लेकर मंदिर की साफ-सफाई, साज-सज्जा और सजावट का काम भी विशेष रूप से किया जाएगा। मौके पर प्रशिक्षु आईएएस रवि आनंद, एसडीपीओ विकास चंद्र श्रीवास्तव, बाबा मंदिर प्रबंधक रमेश परिहस्त, सरदार पण्डा के अनुज बाबा झा सहित अन्य पदाधिकारी, तीर्थ पुरोहित और काफी संख्या में स्थानीय लोग व श्रद्धालु आदि उपस्थित थे।

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