छाताकुरुम:किसी को नहीं मिला सरकारी आवास
प्रखंड के बोचबांध पंचायत अंतर्गत छाताकुरुम गांव की जनता पानी, सड़क, आवास, रोजगार से वंचित हैं। गांव में सरकारी योजनाएं नजर आती। ग्रामीण महावती देवी, पदमावती देवी, रेखा देवी, पार्वती देवी, कुंती देवी,...
प्रखंड के बोचबांध पंचायत अंतर्गत छाताकुरुम गांव की जनता पानी, सड़क, आवास, रोजगार से वंचित हैं। गांव में सरकारी योजनाएं नजर आती। ग्रामीण महावती देवी, पदमावती देवी, रेखा देवी, पार्वती देवी, कुंती देवी, सुलेखा देवी, शोभा देवी, पुष्पा देवी, नित्यानंद राय, अशोक राय आदि ने सरकार व उनके प्रतिनिधियों के खिलाफ गुस्सा प्रकट करते हुए कहा कि सरकारी कर्मचारी व उनके चुने हुए जनप्रतिनिधियों का दर्शन भी उनके लिए दुर्लभ बना हुआ है। यहां तक की पंचायत के मुखिया व पंचायत समिति सदस्य जो स्थानीय स्तर के प्रतिनिधि हैं वे हाल चाल जानने भी नहीं आते हैं। इसके चलते यहां खराब चापाकलों की मरम्मति ग्रामीण चंदा के पैसों से करते है। नया चापाकल तो दूर खराब चापाकलों की मरम्मत तक नहीं कराया जाता। गांव में समस्त परिवार अनुसूचित जाति के हैं लेकिन एक भी परिवार को आजतक आवास नहीं मिला। मनरेगा योजना जिन्हें अधिनियम कहा जाता है लेकिन आज उसका भी अनुपालन नहीं हो पा रहा है। कई माह से रोजगार के लिए मजदूर तरस रहे हैं। गांव की सड़कें इतनी जर्जर हैं कि नाले की शक्ल में तब्दिल हो गई हैं।