बाबा मंदिर में वित्तीय अनियमिताओं को दूर करने मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन
देवघर के पंडा धर्म रक्षिणी सभा के उपाध्यक्ष चंद्रशेखर खवाड़े ने झारखंड के मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा है। ज्ञापन में बाबा वैद्यनाथ मंदिर में प्रसाद वितरण और लंगर की योजनाओं में वित्तीय अनियमितताओं की...

देवघर,प्रतिनिधि। बाबा वैद्यनाथ व बासुकीनाथ धाम विकास प्राधिकार क्षेत्र श्राइन बोर्ड झारखंड अध्यक्ष सह मुख्यमंत्री को पंडा धर्म रक्षिणी सभा देवघर के उपाध्यक्ष चंद्रशेखर खवाड़े ने बाबा वैद्यनाथ मंदिर देवघर में सुलभ जलार्पण,पूजन एवं अन्य व्यवस्था बनाने तथा वित्तीय अनियमिताओं को दूर करने के संबंध में ज्ञापन भेजा है। मुख्यमंत्री को भेजे गए ज्ञापन में यह जिक्र है कि बाबा वैद्यनाथ मंदिर के मंदिर प्रभारी सह सदर अनुमंडल पदाधिकारी ने घोषणा किया है कि नए वर्ष 2025 में शीघ्र दर्शनम कूपन खरीदने वाले यात्रियों को बाबा वैद्यनाथ का प्रसाद स्वरूप मंदिर प्रशासन पेड़ा और बेलपत्र देगी। यह एक अच्छी पहला है,परंतु मंदिर प्रभारी जिन्होंने कुछ दिनों पूर्व ही इस पद को ग्रहण किया है, उनको यह जानकारी होनी चाहिए की इसके पूर्व भी मंदिर प्रबंधन द्वारा प्रसाद वितरण एवं लंगर की एक योजना चलाई जा चुकी है। जो वित्तीय अनियमिताओं के कारण बंद हो गई थी। इस योजना को चालू करने के पूर्व बाबा मंदिर प्रबंधन कमेटी द्वारा विचार विमर्श कर ही सार्वजनिक रूप से निर्णय लिया गया था। इस योजना में एक कर्मचारी के खाते में प्रसाद वितरण और लंगर के नाम पर भारी संख्या में दान की राशि आती रही है, इस पर भी ध्यान दें। यह निर्णय श्राइन बोर्ड के कमेटी से ही पास होना चाहिए था। यहां तक की मंदिर प्रभारी को वित्तीय अधिकार भी प्राप्त नहीं है। तब फिर किस प्रकार से इन्होंने ऐसे निर्णय लेकर टेंडर तक निकाल दिया है। इसकी जानकारी सार्वजनिक रूप से मंदिर प्रशासक को देनी चाहिए। जहां आपकी सरकार लगातार गरीब और मध्यम वर्गीय परिवारों के जीवन स्तर को सुधार कर रोजगार सृजन का कार्य कर रही है, वहीं क्या अब बाबा मंदिर प्रशासन बेलपत्र, गठबंधन, पेड़ा जैसे चीजों को बेचने का काम करेगी। ऐसे कार्यों से जहां सरकार और प्रशासन का स्तर गिरेगा, वहीं गरीब, मध्यम वर्गीय दुकानदार माली जैसे सामान्य परिवारों के सामने भुखमरी और बेरोजगारी की भयंकर आर्थिक तंगी वाली स्थिति उत्पन्न हो जाएगी। मंदिर में कई सारे कार्यों के संपादन के लिए बाबा वैद्यनाथ मंदिर प्रभारी की अहम भूमिका होती है। ज्ञापन में मुख्यमंत्री से निवेदन किया गया है कि पुनः इस प्रसाद और लंगर जैसी योजनाओं से जहां भारी घोटाला होने की संभावना है, उसे बिना किसी विचार विमर्श के तथा बिना किसी प्राधिकृत कमेटी से अनुमति के बिना चालू नहीं होने दें। बाबा वैद्यनाथ मंदिर की कुव्यवस्था और वित्तीय अनियमितता पर अंकुश लगाने के लिए सख्त कार्रवाई करने के लिए भी ज्ञापन में आग्रह किया गया है।
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