रोजेदारों के सारे गुनाह माफ कर देता है अल्लाह
अल्लाह रोजेदारों की पिछली गुनाह को माफ कर देता है। रमजान में रोजेदारों के हर नेक काम के बदले उनकी नेकियों में 70 गुणा इजाफा कर देते हैं। इसलिए हर मुसलमानों को जो तंदुरुस्त हैं रोजा रखना चाहिए। उक्त...
अल्लाह रोजेदारों की पिछली गुनाह को माफ कर देता है। रमजान में रोजेदारों के हर नेक काम के बदले उनकी नेकियों में 70 गुणा इजाफा कर देते हैं। इसलिए हर मुसलमानों को जो तंदुरुस्त हैं रोजा रखना चाहिए। उक्त बातें केचुवाबांक मस्जिद के इमाम हाजी अंसार रजा साहब ने रमजना के पहली जुमा नमाज के दौरान अपने खुतबे में कही। उन्होंने कहा कि अल्लाह मुसलमानों के लिए हर साल रमजान के महीने में नेकी कमाने का अवसर देता है। मुसलमानों को रमजान महीना का एहतराम करना फर्ज है। तंदुरुस्त रहते हुए इसका इंकार करने वाला गुनहगार होता है। हाजी ने फरमाया कि रमजान महीने में जो रोजा रखता है उनके लिए अल्लाह जहन्नम को दूर कर देता है। तराबीह की नमाज पढ़ें : हाजी अंसार ने रोजेदारों से कहा कि रोजा रखने के साथ पांच वक्त का नमाज समय पर अदा करें। साथ ही इंसा की नमाज के साथ पढ़े जाने वाले तराबीह की नमाज को जमात के साथ पढे़ं। इससे नमाज पढ़ने के साथ कुरआन सुनने का मौका मिलता है। जो नेकी कमाने का बहुत बड़ा जरीया है। जुमा नमाज के दौरान सारठ के अलावे कपसा पिंडारी, बारा नवादा, बसाहा पकरिया, ठाढ़ी, लकराखौंदा, बमरसिया, मोहलीडीह, बसमत्ता, बगडबरा सहित अन्य गांवों की मस्जिदें नमाजियों से खचाखच भरा दिखा।